मानचित्र (विश्व को जानने के लिए)
Map

History of map in Hindi
(प्रसिद्ध खोजी यात्री कोलंबस ने भी)
अपने यात्रा मार्ग का मानचित्र बनाया था। बाद में उस मानचित्र को स्पेन के संग्रहालय में सुरक्षित रख दिया गया। उन्हीं दिनों यह बात चर्चा में आई कि कोलंबस द्वारा ढूंढ़ी गई ‘नई दुनिया में सोने-चांदी का अकूत भण्डार है। सम्भवतः इसी लोभ में कुछ लोगों ने उक्त मानचित्र को उस संग्रहालय, से चुरा लिया।
नक्शों (मानचित्रों) के विशेषज्ञों का मानना है कि दुनिया का सर्वश्रेष्ठ मानचित्र ग्लोब है। इसका कारण यह है कि पृथ्वी की तरह वह भी गोल होता है। वर्गाकार या आयताकार कपड़े अथवा कागज पर बने मानचित्र सटीक नहीं होते। कोई भी मानचित्र बनाने के लिए कई उपकरणों की आवश्यकता होती है। इसमें सर्वप्रमुख होता है सेक्सटैंट। सोलहवीं-सत्रहवीं शताब्दी तक लम्बी यात्राएं करने वाले सभी यात्री कपड़े पर ही मानचित्र | वनाया करते थे। यात्रा से लौटकर वे वही मानचित्र दिखाकर लोगों को बताते थे कि हम अमुक-अमुक स्थान पर गए थे। कपड़े पर बने होते के कारण इस मानचित्र को अंग्रेजी में ‘मैप’ कहा गया, जो लैटिन भाषा के शब्द ‘मेप्पा’ (Meppa) से बना है, जिसका अर्थ होता है-कपड़ा या चादर। हालांकि कुछ मानचित्र इससे पहले तेरहवीं-चौदहवीं शताब्दी में भी ‘ बनाए जाते थे। लेकिन वे मानचित्र चमड़े पर बनाए गए थे।