घमंड से केवल पतन ही होता है
Ghamand se keval patan hi hota hai
एक सुबह, दो बकरियां खेत में चर रही थी। एक बकरी का रंग सके। था और दूसरी बकरी भूरे रंग की थी। वे दोनों खेत के अलग-अलग कोनो। में चर रही थीं। एक खेत के दाएं ओर घास खा रही थी और दूसरी बाएं।
ओर चर रही थी। उन्होंने वहां से पेट भर कर घास खाई और थोड़ी ही देरमें वे ऊबने लगीं।
सफेद बकरी ने सोचा, ‘यहां की घास में इतना रस नहीं है। मुझे लगताहै कि मैं इसमें से सारा रस ले चुकी हूँ। तभी तो इसमें स्वाद नहीं आ रहा।’ और इस तरह उसने उदास सा चेहरा बना कर, खेत के दूसरी ओर देखा, जहां भूरी बकरी खड़ी थी। ‘ओह! जरा उसे खाते हुए तो देखो। लगता है कि उस ओर की घास ज्यादा रसीली और हरी होगी।’
उसने सोचा, बेचारी सफेद बकरी कहां जानती थी कि भूरी बकरी भी ठीक यहीबात सोच रही थी। वह भी यही योजना बना रही थी कि सफेद बकरी की ओर आ जाए ताकि उसे भी ज्यादा हरी और अच्छी घास खाने का मौकामिल सके। इस तरह दोनों बकरियों ने अपने-अपने छोर से चलना आरंभ किया। अब उनके खेत के बीच एक नाला पड़ता था। जिसे पार करने के लिए एक पुल बनाया गया था। वह पुल बहुत संकरा था। जिस पर एकबार में एक ही इंसान निकल सकता था।
भूरी बकरी बाईं ओर से आई; सफेद बकरी ने दाईं ओर से कदम रखा। वे दोनों एक साथ उस पुल से नहीं निकल सकती थीं।
“मैं पहले आई थी। इसे यहां से हटना होगा।’ भूरी बकरी ने सोचा और आगे की ओर बढ़ी। इधर सफेद बकरी ने भी यही सोचा, ‘इसे यहां से हटना होगा।’ वह भी आगे की ओर बढ़ी।
बीच में आ कर, उन्होंने अपने सींग उलझा लिए। दोनों ही अपने स्थान से हटना नहीं चाहती थीं। इस तरह उनके बीच भयंकर लड़ाई होने लगी। तो आपके अनुसार इसके बाद क्या हुआ होगा? वे दोनों ही पुल से लड़खड़ाईं और नाले में जा गिरी। फिर वे उस बहते पानी के साथ दूर बहती चली गईं।
नैतिक शिक्षाः घमंड व अड़ियलपन से केवल पतन ही होता है।