Hindi Essay, Paragraph on “Football ka Khel ”, “फुटबॉल का खेल”, Hindi Anuched, Nibandh for Class 5, 6, 7, 8, 9 and Class 10 Students, Board Examinations.

फुटबॉल का खेल

Football ka Khel 

 

जिस प्रकार मानव-मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए शिक्षा परम आवश्यक है, उसी प्रकार खेल मानव शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। इसलिए मानव जीवन में खेलों का विशिष्ट स्थान है। वैसे तो सभी खेल महत्त्वपूर्ण हैं, परंतु फुटबॉल मुझे सबसे प्रिय है।

फुटबॉल का खेल स्फूर्तिदायक और शरीर को पुष्ट करने वाला है। इस खेल को खेलने के लिए पर्याप्त स्थान चाहिए। इस खेल से दौड़ का पूर्ण आनंद प्राप्त होता है। इस खेल के लिए क्रीड़ा-स्थल कम-से-कम 100 गज लंबा और 50 गज चौड़ा होना चाहिए। प्रायः अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल के मैचों में क्रीड़ास्थल की लंबाई 120 गज और चौड़ाई 90 गज होती है। इस क्रीड़ा-स्थल में कई प्रकार की रेखाएँ खींची जाती हैं। जैसे-गोल परिधि तथा छूने की रेखा, फाउल पैनल्टी और कार्नर के क्षेत्र भी रेखाओं द्वारा निर्दिष्ट किए जाते हैं। क्रीडा-स्थल के दोनों ओर पोल लगाए जाते हैं जिनकी परस्पर दूरी 8 गज होती है। क्रीड़ास्थल के इधर-उधर कुछ रंगीन झण्डियाँ भी लगा दी जाती हैं जो फुटबॉल के खेल। को नियमबद्ध चलाने में मदद करती हैं। पूर्ण क्रीडा-स्थली एक रेखा क द्वारा बराबर-बराबर विभाजित होती है। ये केन्द्र स्थल कहलाता है। .

दिल्ली गेट, नई दिल्ली का फुटबॉल का मैदान बहुत बड़ा है। यहा पर प्रतिवर्ष फुटबॉल टूर्नामेंट होते हैं। एक बार मुझे भी फुटबॉल मैच देखने का अवसर प्राप्त हुआ। यह मैच दिल्ली पब्लिक स्कूल और मॉडर्न स्कूल के बीच हो रहा था। टॉस के बाद खिलाड़ियों ने अपना-अपना स्थान संभाल लिया। दर्शनों का उत्साह तो देखते ही बनता था। फिर निरीक्षक महोदय की दूसरी सीटी पर खेल आरंभ हो गया। दोनों टीम के खिलाड़ी खेलने लगे। मॉडर्न स्कूल का गोल कीपर बहुत ही सावधानी से चौकन्ना होकर गोल की रक्षा कर रहा था। अभी तक किसी भी टीम को गोल करने का अवसर नहीं मिला और अचानक फुटबॉल रेखा से बाहर चली गई तो रेफरी ने सीटी बजा दी। फुटबॉल को फिर मैदान में लाया गया और खेल पुनः आरंभ हुआ। अभी तक कोई गोल नहीं हुआ था कि फिर रेफरी की सीटी बज गई और मध्यावकाश हो गया।

रेफरी की सीटी के साथ ही फिर खेल शुरू हुआ। इस बार पब्लिक स्कूल की टीम ने गोल कर दिया। मॉडर्न स्कूल के खिलाड़ियों ने अंत तक गोल उतारने की बहुत कोशिश की, पर सफलता नहीं मिली। रेफरी की सीटी बजते ही खेल समाप्त हो गया। तत्पश्चात् पुरस्कार वितरण का आयोजन हुआ। पुरस्कार दोनों टीमों को मिले। विजेता टीम को शाबाशी दी गई। __मैच आयोजन का मुख्य उद्देश्य छात्रों को संगठित करना और उनी धैर्य, सजगता तथा सहनशक्ति का संचार करना है। खिलाडी का विद्यालय और देश का नाम ऊँचा करते हैं तथा सदैव स्वस्थ एवं प्रसन रहते हैं।

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