बीज की यात्रा
Beej ki Yatra
मैं जामुन का बीज हूँ। जामुन एक खट्टा-मीठा फल होता है। यह कई रोगों से हमारी रक्षा भी करता है।
मैं कैलाश कालोनी के एक जामुन के पेड़ पर लटका हूँ। आज मुझे रवि ने तोड़ा और जामुन खाकर मुझे जमीन पर फेंक दिया।
चिड़िया रानी झटपट मुझे अपनी चोंच में दबाए उड़ने लगी। तेज़ हवा के कारण वह मुझे संभाल न पाई और मैं नीचे क्यारी में गिर गया।
इस क्यारी में माली रोज पानी देता है। धीरे-धीरे मुझमें से अंकुर फूटने लगा। अब मेरी जड़े भी निकलने लगी हैं। जामुन के पौधे के रूप में मैं बड़ा हो रहा हूँ।
कुछ वर्षों में मैं जामुन का पेड़ बन गया हूँ। मुझपर छोटे-बड़े, खट्टे मीठे जामुन आने लगे हैं। बच्चे फिर से जामुन तोड़कर खाएँगे और मुझे इधर-उधर फेंक देंगे। मैं एक बार फिर अपनी यात्रा पर निकल पडूंगा