जामिनी राय
Jamini Roy
(भारतीय चित्रकार)
जन्म: 11 अप्रैल 1887, बेलिएटोर
मृत्यु: 24 अप्रैल 1972, कोलकाता
- जामिनी राय के पिता रामतारण प्रतिष्ठित ज़मींदार और अच्छे कलाप्रेमी थे।
- उनकी आरंभिक शिक्षा कलकत्ते के सरकारी कला विद्यालय में हुई थी।
- यहाँ से उन्होंने पाश्चात्य ढंग के नाना प्रकार के तेल और पानी के रंगों से चित्र बनाने में कुशलता प्राप्त कर ली थी। परंतु अंग्रेजी पद्धति की कला में उनकी अधिक रुचि नहीं थी, इसलिए डिप्लोमा लिए बिना ही विश्वविद्यालय छोड़ दिया।
- उनके अंदर भारत के ग्रामीण जीवन पर आधारित कला पनप रही थी।
- अवनीन्द्रनाथ टैगोर के ‘बंगाल स्कूल ऑफ आर्ट्स’ शैली का भी उन पर प्रभाव रहा।
- जामिनी राय मूल रूप से लोक चित्रकार थे। कालीघाट के चित्रपटों तथा इसी प्रकार के अन्य लोकचित्र शैली के चित्रपटों से प्रभावित होकर उन्होंने लोकचित्र शैली को आधार बनाया और अपनी स्वतंत्र शैली विकसित की।
- परंपरा से हटकर उन्होंने अपने चित्रों में यहाँ की जलवायु के अनुसार गहरे रंगों का प्रयोग किया।
- काली रेखाओं से आवृत्त करके रंगों को उभारने लगे। चेहरे से बाहर निकली हुई आँखें, पुष्ट रेखाएं उनके चित्रों की खास पहचान हैं।
- उन्होंने लोक सुलभ बनाने के लिए अपने चित्रों का मूल्य हमेशा बहुत कम
- अप्रैल, 1972 में उनका निधन हो गया ।