इंदिरा गांधी
Indira Gandhi
जन्म: 19 नवंबर 1917, प्रयागराज
हत्या: 31 अक्टूबर 1984, नई दिल्ली
- इंदिरा गांधी भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री थीं। इंदिरा जी का जन्म जवाहरलाल नेहरू जैसे कुशल राजनेता के घर में हुआ।
- स्वाधीनता संग्राम के दौरान उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर ‘वानर सेना’ का गठन कर डाला, जो देशभक्तों के लिए खाना पकाना, प्राथमिक उपचार और संदेश पहुँचाने जैसे कार्य करती थीं।
- इंदिरा की पढ़ाई में हमेशा बाधा पहुँचती रही। पूना, शांतिनिकेतन, स्वीट्जरलैंड और ऑक्सफोर्ड तक में पढ़ीं परंतु कोई डिग्री न हासिल कर सकी। उनकी वास्तविक शिक्षा तो हुई पिता जवाहरलाल नेहरू के पत्रों से। विश्व की सभ्यता, संस्कृति, ज्ञान, विज्ञान से भरे ये पत्र इंदिरा के दिमाग पर छप जाते थे। यही कारण था कि वे सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ती चली गईं।
- उनका राजनीतिक जीवन सन् 1955 में कांग्रेस कार्यकारी दल की प्राथमिक सदस्यता से प्रारंभ हुआ । सन् 1959 में वे कांग्रेस अध्यक्ष चुनी गईं।
- पिता के दिशा निर्देशन में उन्होंने बच्चों और स्त्रियों के लिए विशेष कार्य किए। प्रधानमंत्री पिता की सहयोगी बनकर देश-विदेश के राजनीतिक दौरे किए और अनुभव प्राप्त किया।
- उनकी योग्यता को देखकर लालबहादुर शास्त्री ने प्रधानमंत्री पद पर आते ही, उन्हें सूचना-प्रसारण मंत्री बना दिया। सन् 1966 में श्रीमती गांधी प्रधान मंत्री बनीं। वह पूरे विश्वास के साथ शासन संभालने लगीं।
- सन् 1969 में 14 बड़े बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया। सन् 1971 के चुनावों में ‘गरीबी हटाओ’ के अपने नारे के साथ वे भारी बहुमत से जीतीं।
- सन् 1975 में आपातकाल का निर्णय लेकर वे विवादों से घिरी रहीं और 1977 का चुनाव हार गईं । सन् 1980 के चुनावों में फिर से जीत उन्हीं की हुई।
- पंजाब और असम देश के लिए जलते अंगारे बने हुए थे। उन्होंने समझौतों और बल प्रयोग के जरिए इन समस्याओं का बहुत हद तक समाधान किया।
- 31 अक्टूबर, 1984 को उनका निधन हो गया।