विवाह में पैसों की बर्बादी
Vivah mein Paiso ki Barbadi
विवाह अब धनिकों के लिए दिखावा हो गया है। दिखावे में वे पैसे का खूब दुरुपयोग करते हैं। खाने में इतनी विविधताएँ होती हैं कि खाकर कई लोगों को बीमार होते देखा गया है। कारण स्वादू भोजन सामने होता है तो लोग पेट की परवाह न कर खाते हैं। कन्या की ओर के कई धनपति पैसे का इतना दिखावा करते हैं कि वर पक्ष के परिवार के सभी सदस्यों के लिए ही नहीं, रिश्तेदारों और दुल्हे के मित्रों तक को सोने की चेन भेंट करते हैं। इसी प्रकार वे दूल्हे पक्ष के मित्रों को कारें तक भेंट कर देते हैं। शादी पाँच सितारा होटल में। की जाती है। बारात को इन्हीं होटल में ठहराया जाता है। कई वर पक्ष के पूँजीपति बारात हेलीकॉप्टर से ले कर आते हैं। इसके लिए बाकायदा कन्या पक्ष के घर के आसपास हेलीपेड बनाया जाता है। दिखावा करने वाले धनिक बारात में महंगा मनोरंजन परोसते हैं। मुंबई नगरी के महँगे फिल्मी सितारों को बुलवाकर कार्यक्रम का आयोजन करवाते हैं। कई बार-बालाओं के नृत्य का आयोजन करवाते हैं। इस अवसर पर मेहमानों को महँगी शराब परोसते हैं। दोनों पक्ष के धनिक सजावट पर लाखों रुपए खत्म कर देते हैं। कई धनिकों की ओर से बारात के लिए दस-बारह हजार निमंत्रण कार्ड बाँटे जाते हैं। यह रुपए की बर्बादी है। विवाह पर भौंडा प्रदर्शन है। इसे किसी भी दशा में जायज नहीं कहा जा सकता। यह विडंबना ही कही जाएगी कि कुछ कन्याओं का दहेज न जुटा पाने के कारण विवाह नहीं हो पाता। कुछ ऐसे हैं जो अपनी कन्या को हीरे-जवाहारात, पत्नों से लाद देते हैं। माता-पिता को रुपए के दिखावे से ज्यादा जरूरी अपने लड़के व लड़की में संस्कार पैदा करना है। संस्कारी वर-वधु गृहस्थी की गाड़ी को जीवन पर्यन्त खींच कर ले जाते हैं। दिखावे की शादी तो कई बार दिखावाभर होकर रह जाती है। ऐसे विवाहित लड़का-लड़की दोनों तलाकशुदा जीवन गुजारते देखे जा सकते हैं।