वीनू मांकड
Vinoo Mankad
जन्म : 12 अप्रैल, 1917 जन्मस्थान : जामनगर (गुजरात)
वीनू मांकड़ के नाम से प्रसिद्ध खिलाड़ी का वास्तविक नाम मलवन्तराय हिम्मत लाल मांकड था। वह अपने स्कूली दिनों के घरेलू नाम से ही क्रिकेट जगत में लोकप्रिय रहे। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में पहले विकेट की साझेदारी के लिए पंकज राय के साथ मिलकर 413 रन का विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया। यह मैच 1956 में न्यूजीलैंड के विरुद्ध खेला गया था। वह ऐसे एकमात्र क्रिकेट खिलाड़ी हैं जिन्होंने क्रिकेट टीम में सभी 11 पोजीशन पर रहकर क्रिकेट खेला है। 1947 में उन्हें ‘विज़डन क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ चुना गया था।
वीनू मांकड़ का जन्म जामनगर में हुआ था। उन्होंने मुख्य रूप से भारत, बंगाल, गजरात, हिन्दु, महाराष्ट्र, मुम्बई, नवानगर, राजस्थान, पश्चिमी भारत की टीमों के लिए खेला।
वीनू मांकड भारत के क्रिकेटरों में सर्वश्रेष्ठ आलराउंडरों में से एक रहे। वह दाहिने हाथ के श्रेष्ठ बल्लेबाज़ तथा बाएं हाथ के धीमी गति के गेंदबाज़ थे। उन्होंने भारत के लिए 44 टेस्ट मैच (1946 से 1959) खेले और 2109 रन 31.47 की औसत से बनाए। उन्होंने 231 के सर्वाधिक स्कोर के साथ 5 शतक बनाए। उन्होंने 162 विकेट भी लिए जिनमें उनका औसत 32.32 रहा और उन्होंने 8 बार 5 विकेट लिए। उन्होंने 2 बार एक पारी में 8 विकेट लिए।
माकड का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1952 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के विरुद्ध देखने को मिला। पहली पारी में उन्होंने सर्वाधिक 72 रन बनाए थे तथा दूसरी पारी में 184 रन बनाए जबकि वह 31 ओवर उसी दिन फेंक चुके थे। दूसरी पारी में भारत का कुल स्कोर 378 था, जिनमें वीनू के 184 रन थे। इस मैच में मांकड़ ने 97 ओवर फेंके और 231 रन देकर 5 विकेट ले लिए। यद्यपि यह मैच भारत 8 विकेट से हार गया, परन्तु वीनू मांकड के प्रदर्शन व खेल की जमकर प्रशंसा हुई। मांकड 30 वर्षों में ऐसे पहले खिलाड़ी थे जिसने एक ही टैस्ट मैच में 100 रन बनाए हों और 5 विकेट भी लिए हों।
वीनू मांकड़ का प्रथम श्रेणी के मैचों में कैरियर 1935 में आरंभ हुआ। लेकिन उन्हें प्रसिद्धि 1937-38 में लार्ड टेनीसन की टीम के विरुद्ध खेलने पर मिली। गैरसरकारी टेस्ट मैचों में उनका बल्लेबाज़ी का औसत 62.66 तथा गेंदबाजी में 14.53 का था जो उस समय सबसे ज्यादा था। अतः टेनीसन ने उनके बारे में कहा था कि वर्ल्ड इलेवन में उनका स्थान निश्चित है।
1946 में मांकड ने भारत के लिए इंग्लैंड में 1120 रन बनाए तथा 129 विकेट लिए। वह एकमात्र ऐसे क्रिकेट खिलाड़ी रहे जिसने इतने अधिक रन व विकेट का कारनामा कर दिखाया हो। उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच 22 से 26 जुन के बीच लार्ड्स में 1946 में खेला था।
1952 में वीनू मांकड ने एक और यादगार मैच खेला। यह मैच इंग्लैंड के विरुद्ध चेन्नई में खेला गया था। उन्होंने 55 रन देकर 8 विकेट लिए तथा दूसरी पारी में 53 रन देकर 4 विकेट लिए। उनकी श्रेष्ठ गेंदबाज़ी के कारण ही भारत यह मैच इंग्लैंड से जीत सका था।
1955-56 में वीनू ने चेन्नई में न्यूजीलैंड के विरुद्ध खेलते हुए 231 रन बनाए। पंकज राय के साथ ओपनिंग पार्टनरशिप के लिए इस मैच में कुल 413 रन बने जो आज भी एक विश्व रिकॉर्ड है। उनका अपना 213 रन का स्कोर भी वर्षों तक भारतीय क्रिकेट में एक रिकॉर्ड रहा जो 1983 में सुनील गावस्कर ने तोड़ा। इस सीरीज़ में मांकड का औसत 105 का रहा।
1947 में वीनू मांकड लीग क्रिकेट खेलने इंग्लैंड चले गए थे। वह सर्दियों में भारत में खेल के लिए उपलब्ध रहते थे। 1952 में जब भारतीय टीम इंग्लैंड खेलने गई थी तब उन्हें केवल टैस्ट मैच खेलने की छट दी गई थी। वास्तव में लार्डस क्रिकेट उनका उस सीजन का प्रथम श्रेणी का मैच था।
1954-55 में मांकड ने पाकिस्तान में भारतीय टीम की कप्तानी भी की थी। अपने प्रथम श्रेणी के मैचों में उन्होंने कुल 11,480 रन बनाए, जिनका औसत 34.78 रहा तथा 24.60 के औसत से 774 विकेट लिए।
वह बल्लेबाज के रूप में एकाग्रता की मजबूत शक्ति रखते थे और उनकी बचाव की शक्ति कमाल की थी। उन्होंने पंकज राय के साथ खेलते हुए क्रीज पर 8 घंटे बिताए। गेंदबाज़ के रूप में वीनू धीमी गति के बाएं हाथ के पुराने फैशन के ‘आर्थोडॉक्स टाइप’ गेंदबाज थे। वह प्राकृतिक रूप से लेगब्रेक के साथ बीच में एक तेज गेंद फेंक देते थे जिससे उन्हें विकेट आसानी से मिल जाते थे।
उन्होंने अंतिम टेस्ट 6 से 11 फरवरी के बीच 1959 में दिल्ली में वेस्ट इंडीज़ के विरुद्ध खेला। 61 वर्ष की आयु में 21 अगस्त, 1978 को बम्बई में । | वीनू मांकड का देहान्त हो गया।
उपलब्धियां :
- वे एक श्रेष्ठ बल्लेबाज़ व गेंदबाज थे। उनकी गिनती देश के सर्वश्रेष्ठ आलराउंडरों में होती है।
- उन्होंने क्रिकेट में सभी 11 पोजीशन पर खेला जो शायद ही किसी अन्य खिलाड़ी के लिए सम्भव हो सका हो।
- वीनू मांकड़ ने 1956 में चेन्नई में न्यूजीलैंड के विरुद्ध 231 रन बनाए।
- प्रथम विकेट की साझेदारी के लिए उन्होंने ये रन पंकज राय के साथ मिलकर बनाए जिसमें कुल 413 रनों की साझेदारी रही और यह एक विश्व रिकॉर्ड है।
- 1952 में इंग्लैंड के विरुद्ध उन्होंने 72 तथा 184 रन (दोनों पारियों में सर्वश्रेष्ठ) बनाए तथा 5 विकेट प्राप्त किए। माकड 30 वर्षों में पहले ऐसे भारतीय खिलाड़ी बने जिसने 100 रन बनाए हों और 5 विकेट भी हासिल किए हों।
- उन्होंने 1946 में इंग्लैंड में 1120 रन बनाए व 129 विकेट लिए। ऐसा करने वाले वह प्रथम खिलाड़ी थे।
- उन्होंने 1952 में चेन्नई में इंग्लैंड के विरुद्ध खेलते हुए प्रथम पारी में 55 रन पर 4 विकेट लिए। इस प्रकार भारत को विजय दिलाने में उनकी अहम भूमिका रही। वीनू ने कुल 44 टेस्ट मैचों में 47 की औसत से 162 विकेट लिए तथा 8 बार पांच-पांच विकेट लिए। उन्हें 1947 में विज़डन द्वारा ‘क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ चुना गया।