Tag: हिंदी निबंध
धनोपार्जन के मूल्यहीन तरीके Dhanoparjan ke Mulyaheen Tarike नैतिक संस्कार से दूर होकर आज का व्यक्ति केवल धन अर्जित करने में लगा है। इसके लिए वह मूल्यहीन उपाय अपना …
प्रशासन में बढ़ता भ्रष्टाचार Prashasan mein Badhte Bhrashatachar व्यक्ति का आचारण और व्यवहार बताता है कि यह किस प्रकार का है। वह कर्त्तव्यनिष्ठ, सत्यप्रिय, सहानुभूतिसंपन्न, उदार और परोपकारी होना …
लड़कियों की घटती जनसंख्या Ladkiyo Ki Ghatati Jansankya मानव सभ्यता में लड़का-लड़की का एक समान योगदान है। दोनों लिंगों के संसर्ग से मानव सृष्टि का निर्माण हुआ है। एक …
बढ़ती महंगाई का रसोई पर प्रभाव Badhti Mehangai ka Rasoi par Prabhav इस समय गरीब लोगों को अपना जीवन जीना मश्किल होता जा रहा है। हर चीज़ महँगी होती …
सुविधाओं से वंचित भारत के गाँव Suvadhao se Vanchit Bharat Ke Gaon पुरानी कहावत है कि भारत गाँवों में बसता है लेकिन यह भी सच है कि गाँव में …
साम्प्रदायिकता का ज़हर Sampradayikta Ka Jahar संप्रदाय का अर्थ है किसी विशिष्ट मत या सिद्धांत को मानने वालों का वर्ग या समह। जैसे हिंदओं का वैष्णव संप्रदाय, शैव संप्रदाय, …
श्रम से ही राष्ट्रीय कल्याण Shram Se Hi Rashtriya Kalyan कठिन या दुस्साध्य काम करने के लिए विशेष रूप से मन लगाकर किया जाने वाला मानसिक या शारीरिक कार्य …
हमारे सामाजिक मूल्य Hamare Samajik Mulya आज का यथार्थ-भारतीय समाज आज ऐसे दौर से गुजर रहा है जहाँ सामाजिक मूल्य नकारे जाने लगे हैं। सभी संबंध धन के होकर …
हिंदी भारत की आत्मा Hindi Bharat ki Aatma राष्ट्रभाषा हिंदी राष्ट्र की आत्मा है। यह भारत की आत्मा की धुरी है। भारत की संस्कृति और सभ्यता की मल …
आंतरिक समस्याओं से जूझता हमारा देश Antrik Samasyao Se Jujhta Hamara Desh भारत आज बाहरी समस्याओं से कम आंतरिक समस्याओं से ज्यादा जूझ रहा है। ये समस्याएँ कई प्रकार …