Tag: Hindi Stories
भैंस के आगे बीन बजाना Bhains ke Agae Been Bajana एक दिन अमर और लता दादीजी के पास बैठे बातें कर रहे थे। बाहर से दादाजी आए और बोले-“आज …
बूंद-बूंद करके घड़ा भरता है Bund Bund karke Ghada Bharta hai लता दौड़ती हुई दादाजी के पास आई और बोली-“दादाजी, आपको पता है, मेरी गुल्लक में कितने पैसे जमा …
बहती गंगा में हाथ धोना Behti Ganga me Hath Dhona दाजी बाहर से आए और दादीजी से बोले-“अरी भागवान, हमारे घर के पीछे पार्क में आँखों के मुफ्त …
बच्चा बगल में, ढिंढोरा शहर में Bagal me Bachha Shahar me Dhindhora एक दिन दादाजी अपना चश्मा हूँढ़ते-ढूंढ़ते परेशान हो गए। उन्होंने एक-एक करके सबसे पूछा-“अरे भई, किसी …
बकरे की माँ कब तक खैर मनाएगी Bakre ke Maa kab tek kher Manayegi अमर और लता स्कूल से आकर सीधे दादाजी के पास गए। अमर बोला-“दादाजी, पता …
बंदर क्या जाने अदरक का स्वाद Bander kya jane Adrak ka Swad एक दिन दादीजी सत्संग में महात्मा जी का प्रवचन सुनकर घर आईं तो, दादाजी से बोली-“अजी, …
नाच न आवे आँगन टेढ़ा Nach na Jane Angan Tedha छुट्टी का दिन था। मौसम सुहावना था। दादाजी और घर के सभी लोग पिकनिक मनाने चले गए। बहुत बड़ा …
न रहेगा बाँस न बजेगी बाँसुरी Na Rahega Bans na Bajegi Bansuri एक दिन पड़ोस में रहने वाले गिरधारीलाल जी दादाजी के पास आकर बैठ गए। कुछ उदास …
धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का Dhobi ka Kutta na Ghar ka na Ghat ka “अजी, सुनते हो?” दादीजी ने दादाजी के पास जाकर कहा-“गाँव से …
दूर के ढोल सुहावने Dur ke Dhol Suhane Lagte Hai अमर के पापा-मम्मी बाजार से घर के लिए महीने-भर का सामान लेकर आए और दादाजी के पास बैठ गए। …