Tag: Hindi Essays
केदारनाथ में जल प्रलय Kedarnath mein Jal Pralay जब स्वार्थवश प्रकृति से छेड़छाड़ की जाती है तब प्रकृति भी अपना ऐसा तांडव करती है। कि सालों तक स्वार्थी मानव …
विद्यालयों में प्रवेश की समस्या Vidyalayo me Pravesh ki Samasya जैसे-जैसे देश की जनता में अपने बच्चों को शिक्षित करने के प्रति जागरूकता आई है, वैसे-वैसे स्कूलों विशेष रूप …
परहित सरिस धर्म नहीं भाई Parhit Saris Dharam Nahi Bhai ‘परहित सरिस धर्म नहीं भाई। पर पीडा सम नहिं अधमाई’ चौपाई महाकवि तुलसी द्वारा रचित गोस्वामी तुलसीदास की है। …
आपदा में अवसर Aapada mein Avsar बड़ी चीजें बड़े संकटों में विकास पाती हैं, बड़ी हस्तियाँ बड़ी मुसीबतों में पलकर दुनिया पर कब्जा करती हैं। अकबर ने तेरह साल …
धनोपार्जन के मूल्यहीन तरीके Dhanoparjan ke Mulyaheen Tarike नैतिक संस्कार से दूर होकर आज का व्यक्ति केवल धन अर्जित करने में लगा है। इसके लिए वह मूल्यहीन उपाय अपना …
प्रशासन में बढ़ता भ्रष्टाचार Prashasan mein Badhte Bhrashatachar व्यक्ति का आचारण और व्यवहार बताता है कि यह किस प्रकार का है। वह कर्त्तव्यनिष्ठ, सत्यप्रिय, सहानुभूतिसंपन्न, उदार और परोपकारी होना …
लड़कियों की घटती जनसंख्या Ladkiyo Ki Ghatati Jansankya मानव सभ्यता में लड़का-लड़की का एक समान योगदान है। दोनों लिंगों के संसर्ग से मानव सृष्टि का निर्माण हुआ है। एक …
बढ़ती महंगाई का रसोई पर प्रभाव Badhti Mehangai ka Rasoi par Prabhav इस समय गरीब लोगों को अपना जीवन जीना मश्किल होता जा रहा है। हर चीज़ महँगी होती …
सुविधाओं से वंचित भारत के गाँव Suvadhao se Vanchit Bharat Ke Gaon पुरानी कहावत है कि भारत गाँवों में बसता है लेकिन यह भी सच है कि गाँव में …
साम्प्रदायिकता का ज़हर Sampradayikta Ka Jahar संप्रदाय का अर्थ है किसी विशिष्ट मत या सिद्धांत को मानने वालों का वर्ग या समह। जैसे हिंदओं का वैष्णव संप्रदाय, शैव संप्रदाय, …