Tag: हिंदी पैराग्राफ
नई फ़िल्मों के दर्शक नादारद Nayi Filmo ke Darshak Nadarad एक समय था जब साल दो साल में करीब एक दो फिलमें बनती थी। फिल्म का कथानक कसा हुआ …
मोबाइल बिन सब सूना Mobile Bin Sab Suna कभी टेबिल फोन जिनके पास होता था उसे समाज में सम्मानित दृष्टि से देखा जाता था। धोरे-धीरे टेलीफोन को जगह मोबाइल …
वरिष्ठ नागरिकों की समस्याएँ Varishth Nagriko ki Samasiya आज वरिष्ठ नागरिकों का समाज में जीना मुश्किल होता जा रहा है। स्वार्थी तत्त्व तब तक वरिष्टों का सम्मान करता है …
महिलाओं के विरुद्ध बढ़ते अपराध Mahilao Ke Virudh Badhte Apradh इन दिनों महिलाओं पर अपराधों की लगातार बढ़ोतरी हो रही है। महिलाओं को कमजोर समझकर पुरुष वर्ग उन पर …
बाल भिखारी Bal Bhikhari सुबह मैं जैसे ही स्कूल के लिए बस स्टॉप पर आया और बस में सवार हुआ तो मेरे साथ एक आठ-दस साल का बच्चा भी …
एकल परिवारों में बुजुर्गों की स्थिति Ekal Parivaro me Bujurgo ki Sthiti आज का दौर संयुक्त परिवारों का न होकर एकल परिवारों का है। शादी होते ही लड़के किसी …
कन्या भ्रूण हत्या Kanya Bhrun Hatya पुत्र की लालसा में आज बहुत से परिवार भ्रूण हत्या कर रहे हैं। हालांकि पुत्र की कामना सदियों से भारतीय समाज में रही …
आँखों देखी दुर्घटना Ankhon Dekhi Durghatna एक दिन मैं ई.एम.यू. से नई दिल्ली से फरीदाबाद जा रहा था। अभी ट्रेन तिलक नगर से चली थी कि डिब्बा पटरी से …
एक चुनावी सभा Ek Chunavi Sabha लोकसभा के चुनाव थे। सभी राजनीतिक दल अपने दल व और अपने दल की नीतियों का प्रचार प्रसार करने के लिए चुनावी सभा …
विज्ञापनों का महत्त्व Vigyapano Ka Mahatva विज्ञापन का अर्थ है-प्रचार-प्रसार। आज फैलाव का युग है। सभी लोग अपने विचार और माल को रातोंरात पूरे विश्व में फैलाना चाहते हैं। …