Tag: हिंदी निबंध
बन में अहीर बेबाक, कचहरी में बाकी Ban Me Ahir Bebak, Kachahri me Baki किसी लाला ने एक अहीर को पचास रुपए उधार दिए। दो साल में उससे …
फुफकारो, काटो मत Fufkaro, Kato Mat किसी गांव के पास एक चलती सड़क के किनारे, बिल में एक विषधर सांप रहता ने दिनों में अक्सर रात को, और …
पांच पचासों ले गया, पांचों ले गया एक। टका रुपया ले गया, अब बैठा–बैठा देख॥ एक आदमी के पास पचास रुपये थे। उसने सुन रखा था कि ऊंचे सूद …
पांचों सवारों में नाम लिखाना Pancho Savaro ke Naam Likhna शहर दिल्ली के सदर दरवाजे पर कहीं बाहर से आये हुए चार सवार के थे। उन्हीं के पीछे …
पढ़ा है, गुना नहीं Padha Hai, Guna Nahi किसी राजा ने अपने पुत्र को ज्योतिष पढ़ने एक बड़े ज्योतिषी-के पास बिठाया। ज्योतिषी का और राजा का लड़का साथ …
पंचों का कहना सिर माथे, परनाला यहीं गिरेगा Pancho Ka Kahna Sir Mathe एक आदमी के आंगन में पड़ोसी का परनाला गिरता था। उसने पड़ोसी से बहुत कहा-कहाया, आरजू-मिन्नत …
पंच कहें बिल्ली तो बिल्ली ही सही Panch Kahe Billi To Billi Hi Sahi एक बनिया अपनी दुकान में सांकल लगाकर पास ही खाट बिछाकर सोया था। उसके …
नौ दिन चले अढ़ाई कोस Nau Din Chale Adhai Kos किसी ने एक पोस्ती’ पर एक मिसरा कहा, “पोस्ती ने पी पोस्त, नौ दिन चले अढ़ाई कोस।” अफीमची …
नीबू–निचोड़ Nimbu-Nichod किसी सराय में एक नीबू निचोड़ रहता था। काम उसका इतना ही था कि हाथ में एक नीबू और छुरी लिए फिरता। जहां किसी मुसाफिर को …
निन्यानवे का फेर Ninyanave Ka Pher किसी धनी सेठ के पड़ोस में एक गरीब दर्जी रहता था। उसकी रुपए-बीस आने की रोज की मजदूरी मुश्किल से बनती थी, पर …