Tag: हिंदी निबंध
महिला सशक्तीकरण Mahila Sashaktikaran यह सच है कि यह दुनिया पुरुषों की बनाई हुई है। इसलिए यहाँ पुरुषों की चलती है। स्त्रियाँ पुरुषों की मनमानी झेलती हैं। यह उनके …
तेते पाँव पसारिए जेती लांबी सौर Tete Pav Pasariye Jeti Lambi Sor इस सूक्ति का अर्थ है कि हमें अपने साधनों के अनुसार ही खर्च करने चाहिए। जितनी …
बुरा जो देखन मैं चला बुरा न मिलिया कोई Bura Jo Dekhan mein Chala Bura Na Miliya Koi कबीर ने एक दोहे में कहा है-जब भी मैं संसार में …
निराशा छोड़ो काम करो Nirasha Chodo Kaam Karo निराशा अंधकार है। अंधकार में व्यक्ति भटक कर सो जाता है। वह असहाय हो जाता है। उसे लगता है कि …
सादा जीवन: उच्च विचार Simple Living High Thinking राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के जीवन का मूल सिद्धांत था-सादा जीवन : उच्च विचार। भारतीय संस्कृति इसी सिद्धांत पर टिकी हुई है। …
सब दिन रहत न एक समान Sab Din Rahat Na Ek Saman प्रभु तेरी माया। कहीं धूप कहीं छाया।। परमात्मा की सृष्टि एक खेल की तरह है। इसमें …
आज की बचत कल का सुख Aaj Ki Bachat Kal Ka Sukh बचत का आशय है-अपनी आय में से कुछ धन आगे आने वाले समय के लिए बचाकर रखना। …
एक और एक ग्यारह होते हैं Ek aur Ek Gyarah Hote Hai गणितशास्त्र कहता है-एक और एक मिलकर दो होते हैं। भावनाओं की दुनिया विचित्र है। उसमें एक और …
परहित सरिस धर्म नहीं भाई Parhit Saris Dharam Nahi Bhai दूसरों की भलाई के बारे में सोचना तथा उसके लिए कार्य करना महान गुण है। वृक्ष अपने लिए नहीं, …
श्रम का महत्त्व Shram Ka Mahatva परिश्रम उन्नति का द्वार है। मनुष्य परिश्रम के सहारे ही जंगली अवस्था से वर्तमान विकसित अवस्था तक पहुँचा है। उसी के सहारे उसने …