Tag: हिंदी कहनिया
आपस की फूट सदा ले डूबती है Apas ki phoot sada le dubti hai प्राचीन समय की बात है। किसी वन में एक विचित्र पक्षी रहता था। उसका धड़ …
चतुराई से कठिन काम भी संभव है Chaturai se Kathin kaam bhi sambhav hai किसी नगर में एक व्यापारी रहता था। दुर्भाग्य से उसकी सारी संपत्ति समाप्त हो गई, …
खरगोश और हाथी Khargosh aur Hathi क वन में हाथियों का एक झुंड रहता था। झुंड के सरदार को गजराज कहते थे। वो विशालकाय, लंबी सूँड़ तथा लंबे-मोटे दाँतोंवाला …
माँ की सीख Maa ki Seekh किसी नगर में ब्रह्मदत्त नाम का एक ब्राह्मण रहता था। एक बार उसे किसी दूसरे गाँव में कोई काम आ पड़ा। वह चलने …
चालाक बिल्ली Chalak Billi एक चिड़ा पेड़ पर घोंसला बनाकर मजे से रहता था। एक दिन वह दाना-पानी के चक्कर में अच्छी फसल वाले खेत में पहुँच गया। वहाँ …
घमंडी का सिर नीचा Ghamandi ka sir nicha एक ताल में मछलियाँ तो बहुत सी रहती थीं, पर दो मछलियाँ ऐसी थीं, जिनका नाम उनकी बुद्धि के लिए पूरे …
सयाना हंस Sayana Hans किसी जंगल में एक बड़े पेड़ पर हंसों का बसेरा था। उनमें एक बहुत सयाना हंस था, बुद्धिमान और दूरदर्शी। सब उसका आदर करते। ‘सयाना’ …
चुहिया की चुहिया Chuhiya ki Chuhiya एक वन में एक तपस्वी रहते थे। उनका तप बल बहुत ऊँचा था। रोज वे प्रातः आकर नदी में स्नान करते और नदी …
बातूनी का अंत बुरा Batuni ka Ant Bura किसी तालाब में एक कछुआ रहता था। उसी तलाब में दो हंस तैरने के लिए उतरते थे। हंस बहुत हँसमुख और …
मूर्ख बंदर Murakh Bandar एक जंगल में एक पेड़ पर गौरैया का घोंसला था। ठंड के दिन थे। एक दिन कड़ाके की ठंड पड़ रही थी। ठंड से काँपते …