Tag: हिंदी कहनिया
आग लगने पर कुआँ खोदना Aag Lagne par Kuva Khodna शाम को दोस्तों के साथ खेलने के बाद अमर वापस अपने घर आया और दादाजी से बोला-“दादाजी, आज भरत …
आँख के अंधे नाम नयनसुख Aankho ke andhe naam Nayansukh अमर और लता दादाजी के पास बैठे थे। दादाजी उन्हें मजेदार बातें सुना रहे थे। इसी सिलसिले में दादाजी …
अब पछताए होत क्या जब चिड़ियाँ चुग गई खेत Ab Pachtaye hot kya jab Chidiya chug gai khet लता स्कूल से आकर उछलती हुई दादाजी के पास गई। …
अपने मुँह मियाँ मिट्ठू Apne Muh Miya Mitthu अमर और लता दोनों भाई-बहन स्कूल से घर आए। लता ने अपना बैग रखा और दौड़ती हुई दादाजी के पास …
अंधों में काना राजा Andho me Kana Raja एक बार छुट्टियों में दादाजी अमर और लता को अपने साथ गाँव ले गए। गाँव में अमर और लता के ताऊजी …
अंधी पीसे, कुत्ता खाए Andhi Pise Kutta Khaye दादाजी ने दादीजी से कहा-“अरी भागवान, तुम्हें मालूम है कि रामलाल जी ने एक फ्लैट खरीद लिया है। पूरे पंद्रह …
अंत भला तो सब भला Ant Bhala to Sab Bhala अमर और लता कुछ बच्चों के साथ घर के बाहर खेल रहे थे। तभी वहाँ एक साधु बाबा आए। …