Tag: अनुछेद
अनुशासन Anushasan अनुशासन शब्द का अर्थ है किसी विशेष नियम के अनुसार कार्य करना। अपने को वश में करना अनुशासन कहलाता है। वैज्ञानिक दृष्टि से प्रकृति की गतिविधि को …
वर्षा ऋतु की पहली वर्षा Varsha Ritu ki Pehli Varsha जून का महीना था। गर्मी पूरे यौवन पर थी। सूर्य देवता धरती माँ को तपा रहा था। पश-पक्षी गर्मी …
निर्धनता एक अभिशाप है! Nirdhanta Ek Abhishap Hai धन का अभाव निर्धनता कहलाता है। निर्धनता मानव जीवन के लिए अभिशाप है। कहने को तो लोग कहते हैं कि अमीर …
प्रातःकाल का दृश्य Pratahkal ka Drishya भगवान सूर्य अपने सोने के रथ पर सवार होकर निकले। रात्रि का अन्धकार मिट गया था। सूर्य की सुनहरी किरणें चारों तरफ बिखर …
पुस्तकालय Library आज के युग में पुस्तकालय (लाइब्रेरी) का महत्त्व बढ़ गया है। हर व्यक्ति के लिए संभव नहीं कि वह हर पुस्तक खरीद सके। इसलिए पुस्तकालय की शरण …
आदर्श मित्र Adarsh Mitra मानव एक सामाजिक प्राणी है। उसका अस्तित्व समाज में ही है। वह कभी भी अकेला नहीं रह सकता। कहते हैं कि अकेला तो वृक्ष भी …
अस्पताल का दृश्य Hospital ka Drishya अस्पताल एक ऐसा शब्द है जिससे सभी डरते हैं क्योंकि यहाँ पर रोगियों को ही ले जाया जाता है। रोगी शब्द से सभी …
चुनाव का दृश्य Chunav ka Drishya भारत वर्ष स्वतन्त्र देश है। यहाँ प्रजातान्त्रिक प्रणाली को अपनाया गया है जो चुनाव पर आधारित है। चुनाव की घोषणा होते ही …
गुरुपर्व Guru Parv हिन्दू धर्म तथा हिन्दुस्तान की रक्षा करने वाले सच्चे सिपाही श्री गुरू गोबिन्द सिंह जी सिक्ख धर्म के अन्तिम तथा दसवें गुरू थे। वे एक …
जीवन में संघर्ष Jeevan me Sangharsh सकर्स में पशु-पक्षियों के सम्बन्ध में बहुत कुछ सुन रखा था। उसे देखने की बड़ी तीव्र उत्सुकता थी। एक दिन ‘ऐसा अवसर मिल …