सुशील कुमार सोलंकी
Sushil Kumar Solanki
जन्म : 26 मई, 1983 जन्मस्थान : दिल्ली
सुशील कुमार ने 20 अगस्त 2008 को बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर अपना नाम भारतीय खेल इतिहास के पन्नों पर स्वर्ण अक्षरों में लिख दिया। उन्होंने कुश्ती में भारत को 56 वर्ष के पश्चात ओलपिक पदक दिलवाया। 1952 के ओलंपिक खेलों में कशाबा जाधव ने कुश्ती में कांस्य पदक जीता था।
सुशील कुमार का जन्म 26 मई 1983 को दिल्ली में हुआ था। वह दिल्ली के नजफगढ़ क्षेत्र के बापरौला गांव के निवासी हैं। सुशील कुमार उत्तर रेलवे में चीफ टिकट इंस्टपेक्टर हैं। उन्होंने बचपन से ही पहलवानी के लिए मेहनत आरम्भ कर दी थी। स्कूल और स्टेट स्तर पर भी जीत हासिल करने के बाद उन्होंने सतपाल पहवान से पहलवानी के गुर सीखे।
ओलंपिक में सुशील कुमार के जीतने की उम्मीद कम रह गई थी, परन्तु स्वयं सुशील कुमार तथा उनके गुरु सतपाल को उनके जीतने की पूरी उम्मीद थी। उन्होंने कजाकिस्तान के पहलवान लियोनिद स्पीरिदोनोव को 3-1 से हराकर 2008 के बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक जीता। उनके विजयी होने पर उनके लिए करोड़ों रुपए की इनामी घोषणाएँ की गई।
उपलब्धियां :
· 1998 के विश्व कैडेट कुश्ती में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता।
· 1999 की विश्व कैडेट कुश्ती में उन्होंने पुनः स्वर्ण पदक जीता।
· एशियाई जूनियर कुश्ती 2001 में उन्होंने स्वर्ण पदक प्राप्त किया।
· 2003 की सीनियर एशियाई कुश्ती में उन्होंने कांस्य पदक जीता।
· वर्ष 2005 की कॉमनवेल्थ कुश्ती चैंपियनशिप में उन्होंने स्वर्ण पदक हासिल किया।
· दोहा एशियाई खेल (2006) में उन्होंने कांस्य पदक जीता।
· 2007 की कॉमनवेल्थ कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।
· 2007 की एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में उन्होंने रजत पदक प्राप्त किया।
· 2008 की एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में सुशील कुमार ने कांस्य पदक जीता।
· 2008 के बीजिंग ओलंपिक में व्यक्तिगत कांस्य पदक जीतकर सुशील कुमार ने इतिहास में एक नया पन्ना जोड़ दिया।