Samvad Lekhan on “Do Dosto ki Phone par samvad 100 shabdo me”, “दो दोस्तों की फोन पर संवाद”

दो दोस्तों की फोन पर बातचीत: संवाद लेखन

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अनमोल : हलो! कैसे हो भई? क्या कर रहे हो।

काव्य : बस ठीक हूँ, एक कविता लिख रहा था।

अनमोल : अच्छा किस विषय पर?

काव्य : विषय है, “मन के सतरंगी सपने’

अनमोल : अच्छा! तो जरा मुझे भी बताओ क्या है तुम्हारे सतरंगी सपने।

काव्य : मेरा तो बस एक ही सपना है कि मैं पूरे विश्व में एक प्रसिद्ध कवि के रूप में विख्यात हो जाऊँ।

अनमोल : हाँ-हाँ जरूर होगे, आखिर तुम लिखते ही इतना अच्छा हो।

काव्य : बस यार तुम लोगों की दुआ है।

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