दो सहेलियों के बीच अपनी नई प्रधानाचार्या को लेकर हुआ संवाद
नीतू : शिवानी, बताना तुम्हें अपनी नई प्रधानाचार्या कैसी लगी?
शिवानी : सच बताऊँ, उन्होंने मुझे बहुत प्रभावित किया।
नीतू : वह कैसे?
शिवानी : आज पहली बार किसी प्रधानाचार्य ने कक्षा में आकर विद्यार्थियों से इतने प्यार से बात की ।
नीतू : यह बात तो मुझे भी बहुत अच्छी लगी।
शिवानी : नीतू, क्या तुम्हें ऐसा नहीं लगा कि उनकी बात में मिठास और वात्सल्य है?
नीतू : हाँ, तुम ठीक कह रही हो।
शिवानी : तुम्हें वे कैसी लगीं, अब तुम बताओ।
नीतू : उनमें कुछ खास बात तो है, जो हमें प्रभावित करती है। उनका चेहरा बड़ा ही सौम्य है।
शिवानी : नीतू, क्या तुमने यह देखा कि वे हमारे विद्यालय के माली के साथ भी कितना अच्छा व्यवहार कर रही थीं?
नीतू : हाँ, मैंने भी देखा।