राष्ट्रीय एकता
Rashtriya Ekta
भारत का राष्ट्रीय स्वरूप ऐसा है कि यहाँ भिन्न-भिन्न धर्मों, जातियों, सम्प्रदायों, भाषाओं और बोलियों के होने पर भी सब एकता से रहते हैं। हमारा देश एक विशाल देश है जहाँ विभिन्नताएँ होना स्वाभाविक है। प्राकृतिक विभिन्नता, विचार और संस्कृति की भिन्नताएँ, भाषा और धर्म की भिन्नता मिलती है। इसके बावजूद विभिन्नताओं रूपी मुक्तकों को जोड़कर एकता की माला बना ली गई है और सभी एकता की इस माला को पहनकर परस्पर सौहार्द से रह रहे हैं और इसमें सहयोग देती है- भारतीय संस्कृति में उपस्थित सहिष्णुता की भावना। भारतीय संविधान में भी सभी धर्मों, जातियों और सम्प्रदायों को समानाधिकार प्राप्त हैं, परन्तु एकता में बाधक तत्व धर्म-भाषा-जाति के नाम पर विषमता फैलाकर पृथकतावादी बातें करते हैं और दंगे, आन्दोलन आदि कार्य करते हैं। ये प्रत्येक राष्ट्रवासी का कर्त्तव्य है कि वह ऐसे अलगाववादी लोगों से सावधान रहें और राष्ट्रीय एकता को बनाए रखें।