राष्ट्र निर्माण में युवकों का योगदान
Rashtra Nirman me Yuvako ka Yogdan
युवक ही किसी देश की शक्ति के आधार होते हैं। उनमें जोश और उत्साह होता है। वे अपने जीवन में कुछ कर दिखाना चाहते हैं। जिन्होंने भी देश और समाज के लिए कुछ किया, जवानी में किया। राम हों या कृष्ण, बुद्ध हों या महावीर, सभी ने कुछ करने का दमखम जवानी में दिखाया। महात्मा गाँधी जीवन के अंत तक लड़ते रहे, क्योंकि उन्होंने जवानी से ही संघर्ष की आदत डाल ली थी। भारत ने आजादी की कहानी अपनी युवाशक्ति के बल पर लिखी। आज भारत का भविष्य इसीलिए सुरक्षित है क्योंकि उसके पास विश्व में सर्वाधिक युवा हैं। युवक स्वभाव से हीकुरीतियोंके विरोधी होते हैं। अत: आज समाज की बुराइयों को समाप्त करने में तथा भ्रष्ट शासन-व्यव युवाओं पर ही भरोसा किया जा सकता है।