पहाड़ी मार्गों पर भूस्खलन से फंसे यात्री
Pahadi Margo par Bhuskhalan se fase Yatri
पहाड़ी मार्गों में भूस्खलन होना आम बात है। कभी-कभी तो यह इतना भीषण होता है कि मैदानों की ओर से गए हुए पर्यटक कई-कई दिनों तक फंस जाते हैं। अभी पिछले हफ्ते अमरनाथ जाने वाले यात्री भूस्खलन के कारण फंस गए। यह ऐसा रास्ता है जिससे न तो पर्यटक पीछे जा सकते हैं और न आगे ही। करीब आधा किलो मीटर का क्षेत्र भूस्खलन की चपेट में आ गया। मैदानों में रहने वाले सगे-संबंधी अपने रिश्तेदारों की सलामती के लिए भगवान् से प्रार्थना कर रहे हैं। वे भी उन स्थानों पर नहीं जा सकते। भूस्खलन के दोनों ओर कई-कई किलो मीटर लंबी कारों व बसों की लाइनें लगी हैं। फंसे हुए यात्री अपने घर लौटना चाहते हैं पर उन्हें राह नहीं मिल रही है। सरकार का राहत का काम जारी है। वह हेलीकाप्टर से फंसे हुए यात्रियों के लिए जीवन रक्षक औषधियाँ पहुँचा रही है। बीमारों को मैदानी इलाकों में लाकर अस्पतालों में दाखिल करा रही है। फंसे यात्रियों के लिए खाने-पीने की आवश्यक सामग्री जैसे दूध, डबल रोटी आदि भिजवा रही है। लेकिन फंसे यात्रियों की बड़ी चिंता यही है कि वे किसी तरह सुरक्षित अपने घर पहँचे। राहत दल को सभी यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने में अभी एक हफ्ता लग सकता है।