अधिकार और कर्तव्य Adhikar aur Kartavya Essay No. 01 प्रत्येक राष्ट्र अपने नागरिकों को कुछ अधिकार देता है जो उनकी प्रगति के लिए आवश्यक होते हैं क्योंकि अधिकारों से …
सभा भवन का शिष्टाचार Sabha Bhawan ka Shishtachar मनुष्य स्वभाव से उत्सवप्रिय है। अपने मनोरंजन के लिए वह नित्य नवीन प्रयत्न करता रहता है। विद्यार्थी जीवन में विद्यालय के …
स्वास्थ्य और व्यायाम Swasthya aur Vyayam निबंध नंबर :- 01 अच्छा स्वास्थ्य महा वरदान है। अच्छे स्वास्थ्य से ही अनेक प्रकार की सख-सविधाएँ प्राप्त की जा सकती हैं।स्वस्थ शरीर …
कामकाजी नारी के समक्ष चुनौती Kamkaji Nari ke samaksh Chunoutiya एक नहीं दो-दो मात्राएँ, नर से बढ़कर ‘नारी’। आज नारी केवल दो-दो मात्राओं का ही बोझ वहन नहीं कर …
दिनों दिन बढ़ती महँगाई Dino Din badhti Mahangai आज भारत केवल एक ही भीषण समस्या से जूझ रहा है और वह है, महँगाई महँगाई मूल्यों में निरंतर वृदधि उत्पादन …
साँच बराबर तप नहीं Sanch barabar tap nahi ‘साँच बराबर तप नहीं’ सूक्ति में सत्य के महत्त्व को स्वीकारा गया है। सच के मार्ग पर चलना अपने आप में …
प्रकृति और मानव Prakriti aur Manav विज्ञान जिस प्रकार प्रगति कर रहा है, उसी के दुष्परिणाम स्वरूप हमारी प्रकृति दूषित होती जा रही है। चारों ओर वाहनों का बढ़ता …
स्वतंत्रता का महत्त्व Swatantrata ka Mahatva निबंध नंबर :- 01 पराधीन व्यक्ति कभी सपने में भी सुख प्राप्त नहीं कर सकता। यदि पराधीनता सबसे बड़ा दुख है तो स्वतंत्रता …
पढ़ने का आनंद Padhne Ka Anand वर्तमान समय में संचार माध्यमों का बोलबाला है। युवा पीढ़ी इन्हीं संचार माध्यमों की गुलाम बनी हुई और धीरे-धीरे किताबों से दूर होती …
मेरा प्रिय खेल Mera Priya Khel खेलों से मानव का जीवन फूलों सा कुसुमित होता। शारीरिक-संपदा-विकासक, मानस तुझसे हर्षित होता।। आज हम जिसे समग्र व्यक्तित्व कहते हैं उसका विकास …