हमारे पालतू पशु
Our Pet Animals
मनुष्य अपने लाभ के लिए विभिन्न प्रकार के पशुओं को पालता है । जिन पशुओं को वह पालता है, उन्हें पालतू पशु कहा जाता है । पालतू पशु हमारी सहायता करते हैं । इनकी सहायता से हम लोग विभिन्न प्रकार के कामों को पूरा करते हैं।
कुछ पशुओं को हम लोग दूध के लिए पालतू हैं । गाय और भैंस हमें दूध देती है । ऊँटनी और बकरी भी हमें दूध देती है । दूध बच्चों का प्रिय भोजन है । दूध से दही, घी, मक्खन आदि वस्तुएँ प्राप्त की जाती हैं । गाय के बछडे बडे होकर बैल बनते हैं । बैल, भैंसा आदि पश हल खींचते हैं । बैल बैलगाड़ी में जोते जाते हैं।
कुछ पशु मांस और अंडे के लिए पाले जाते हैं । बकरा, भेड, मुर्गा आदि पशुओं से हमें मांस प्राप्त होता है । आजकल लोग बड़ी संख्या में मुर्गियाँ पालते हैं जो अंडे देती हैं । अंडा ताकत बढ़ाने वाला आहार माना जाता है । मांस और अंडे के अलावा पालतू पशु हमें चमड़ा देते हैं । गाय, भैंस, बकरी, भेड़ आदि के चमड़े से जूता, चप्पल, जैकेट, बैल्ट, बैग आदि। उपयोगी वस्तुएँ तैयार की जाती हैं।
पालतू पशु हमारे लिए बोझ ढोते हैं । बैल, ऊँट, भैंसा आदि पशु गाड़ी में लदा सामान खींचते हैं । व्यापारी गदहे की पीठ पर वजन लादकर चलते हैं । टट्ट पहाड़ी स्थानों में बोझ ढोने का कार्य करता है । रेगिस्तानों में ऊँटों पर वजन लादा जाता है । रेतीली जमीन में ऊँट की सवारी बहुत प्रसिद्ध है। यह लंबे समय तक बिना खाए-पीए जीवित रह सकता है । अन्य स्थानों में घोड़ा । लोगों की प्रिय सवारी है । घोडा तेज दौड़ सकता है । पुराने समय में यह सबसे तेज सवारी थी । यह ताँगा खींचता है । इसे रथ में भी जोता जाता है। सेना और पुलिस के लोग आज भी घोड़े का प्रयोग करते हैं । घोड़ों को अस्तबल में रखा जाता है।
कुछ पशु-पक्षियों को हम लोग शौक से पालते हैं । कुत्ता, खरगोश, तोता आदि ऐसे ही पशु-पक्षी हैं । आदमी और कुत्ते का संबंध बहुत पुराना है । आजकल लोग अच्छी नस्ल के कुत्तों को पालकर अपना मनोरंजन करते हैं । कत्ता पालना शौक के साथ-साथ शान का प्रतीक भी है। कुछ लोगों को तोता पालने का शौक होता है । तोता मनुष्य की आवाज़ की नकल निकाल सकता है।
पशुओं को पालना हमारे लिए बहुत लाभदायक होता है । गाय, भैंस. आदि का गोबार बहुत अच्छी खाद मानी जाती है । इस खाद को किसान अपने खेतों में डालते हैं । इससे उपज में वृद्धि होती है । गोबर को सुखाकर ग्रामीण उपले बनाते हैं । ये जलावन के काम आते हैं । गोबर का प्रयोग बायोगैस बनाने में भी किया जाता है।
पालतू पशुओं में भेड़ का भी प्रमुख स्थान है । भेड़ के शरीर पर घने बाल होते हैं । इन बालों को समय-समय पर काट लिया जाता है। फिर इससे ऊनी कपड़े बनाए जाते हैं । भेड़ के अलावा याक और ऊँट के बालों से भी ऊनी कपड़े तैयार किए जाते हैं । ऊनी कपड़े सर्दियों में बहुत उपयोगी होते हैं।
इस प्रकार पालतू पशु अनेक प्रकार से हमारी मदद करते हैं । अतः हमारा कर्त्तव्य है कि हम इनकी देखभाल उचित तरीके से करें । इन्हें साफ-सुथरे स्थानों में रखना चाहिए । इनके भोजन का उचित प्रबंध करना चाहिए । इनके साथ किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए । पालतू पशुओं के इलाज की भी उचित व्यवस्था की जानी चाहिए । इन्हें समय-समय पर टीके लगाने चाहिए।