प्राकृतिक आपदाएँ
Natural Disasters
मनुष्य तथा अन्य जीवों को विभिन्न प्रकार की आपदाओं का सामना करना पड़ता है । इनमें से कुछ आपदाएँ मानवीय तो कुछ प्राकृतिक होती हैं । भूकंप, बाढ़, चक्रवात, सुनामी लहर, सूखा आदि प्राकृतिक आपदाएँ हैं । प्राकृतिक आपदाओं पर मनुष्य का बहुत कम नियंत्रण होता है । परन्तु इनसे जान-माल की बहुत क्षति होती है । लाखों लोग बेघर हो जाते हैं । हजारों लोगों की जान चली जाती है । बहुत से लोग भुखमरी के शिकार हो जाते हैं। आपदा से हुई क्षति की भरपाई में वर्षों लग जाते हैं। गुजरात व जम्मू-कश्मीर का भूकंप तथा तटीय क्षेत्रों आई सुनामी लहरों की तबाही अभी भी हमें याद है । बिहार, असम, पं. बंगाल, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात आदि प्रदेशों में हर साल बाढ़ आती है। देश के किसी न किसी भाग में हर वर्ष सूखा पड़ता है । इन सबके नुकसान बहुत अधिक होते हैं । इसलिए देश में आपदा प्रबंधन का काम शुरू किया गया है । बाढ, सुखा आदि स्थितियों से निबटने। के लिए पहले ही उपाय किए जा रहे हैं। उचित उपायों से प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले । नुकसान को कम किया जा सकता है।