मेरा नौकर
My Servant
मेरे घर में एक विश्वास-पात्र नौकर है । उसका नाम दीनदयाल है । वह सौ फीसदी ईमानदार है । यही कारण है कि उससे सभी प्यार करते हैं और उसे सम्मान की दृष्टि से देखते हैं । उसने चोरी-छिपे आज तक कोई काम नहीं किया । घर में पड़ी बड़ी रकम देखकर भी उसके मन में लालच उत्पन्न नहीं होता । घर के कामों में मेरा नौकर बहुत कुशल है । मेरे घर की वस्तुओं को वह अपना समझकर उनकी देखभाल करता है । वह मेरे घर के सदस्यों का हावभाव देखकर पता लगा लेता है कि किसे किस चीज की जरूरत है। बाजार से सस्ते दामों में हरी-ताजी सब्जियाँ लाना कोई मेरे नौकर से सीखे । हँसमुख स्वभाव का दीनदयाल सबका दिल जीतना जानता है । हम लोग उसके साथ अच्छा व्यवहार करते है । उसकी जरूरतें बिना माँगे ही पूरी कर दी जाती हैं । उसे घर के अन्य सदस्यों के भांति ही सभी सुविधाएँ प्रदान की जाती हैं । खान-पान में भी किसी प्रकार की कमी नहीं की जाती है । जब वह बीमार पड़ता है हम लोग उसकी पूरी तरह से देखभाल करते हैं । इन्हीं’ कारणों से हमारा नौकर हमारे प्रति वफादार बना हुआ है।