आपके घर के पास पूजा-स्थल में रात-दिन लाउड-स्पीकर का शोर होता रहता है और आप पढ़ नहीं पाते। इसकी शिकायत करते हुए अपने क्षेत्र के थाना-अध्यक्ष को पत्र लिखिए।
सेवा में
धानाध्यक्ष
गांधीनगर
ग्वालियर
दिनांक-15.3.2015
महोदय
मैं ग्वालियर के गांधीनगर में मकान नं• 455 की निवासी पूनम मित्तल हूँ। मेरे घर के आसपास एक मंदिर, एक गुरुद्वारा और एक मसजिद है। इन तीनों के कारण कभी-कभी मुझे तथा मेरे जैसे अन्य विद्यार्थियों को बहुत परेशानी झेलनी पड़ती है। जब कोई त्योहार आता है तो इन तीनों में चहल-पहल बढ़ जाती है। रामनवमी, जन्माष्टमी और रामलीला के दिनों में मंदिरों से दिन-रात लाउड-स्पीकर बजता रहता है। यही स्थिति गुरु-पर्व पर गुरुद्वारों की होती है और ईद तथा रोजों के दिन मसजिद की। इनकी आवाजों के कारण पढ़ाई करना दूभर हो जाता है।
मुझे किसी भी धर्म या पूजा-स्थल से कोई चिढ़ नहीं है। मेरा इतना निवेदन है कि इनकी बेलगाम आवाज को कानून के दायरे में लाएँ। हम विद्यार्थियों का भी ध्यान रखें। हम भी खुदा के बंदे हैं। हमें परीक्षा उत्तीर्ण करनी है। कृपया पूजा-स्थलों की आवाजों को उनके भवन के बाहर जाने से रोकें।
भवदीया
पूनम मित्तल
म नं 455
गांधीनगर, ग्वालियर।