आपने अपने इलाके में पटाखे न चलाने के लिए एक अभियान चलाया है। इसके बारे में बताते हुए अपने मित्र को एक पत्र लिखिए।
अभिमन्यु राणे
465, शिवाजी कालोनी
मुंबई
अक्तूबर 10, 2014
प्रिय प्रवीण
कैसे हो!
आशा है तुम आनंद में होगे। मैं भी कुशल हूँ।
कल्पना करता हूँ कि तुम दीवाली धूमधाम से मनाने में लगे होगे। खूब बम-पटाखे छडाने की योजना बना रहे होगे।
पिछली दीवाली की याद है-हमने कितनी आतिशबाजी की थी। परंतु मुझे यह भी याद है कि उस रात रास्ते में कितना दमघोटू धुआँ था। मुझे तो उसी समय महसूस हो गया था कि बम-पटाखे छुडाने से वातावरण में प्रदूषण फैलता है।
प्रिय प्रवीण, मैंने इस बार निश्चय किया है कि इस बार की दीवाली बिना बम-पटाखे के मनाऊंगा। केवल दीया और बिजली का लड़ियों से घर को सजाऊँगा। मैं तुमसे भी निवेदन कर रहा हूँ कि हो सके तो बम-पटाखे बिल्कुल न बजाना। दीवाली दीये जलाकर मनाना।
तुम्हारा
अभिमन्यु राणे