आप दिसपुर के नवज्योति विद्यालय के भागीरथी छात्रावास में कमरा नं. 13 में रहने वाले नरेश शाह हो। आपका मित्र संजय नवीं कक्षा में अनुत्तीर्ण हो गया है। उसे एक संवेदना-पत्र लिखो।
नरेश शाह
13, भागीरथी छात्रावास
नवज्योति विद्यालय
दिसपुर
27 अगस्त, 2014
प्रिय मित्र संजय
मधुर स्मृति!
मुझे कल आनंद का पत्र मिला। उसने अपना तथा अन्य साथियों का परीक्षा-परिणाम लिखा है। मुझे यह पढ़कर अत्यंत दुख हुआ कि तुम इस वर्ष नवीं कक्षा में अनुत्तीर्ण हो गए हो। इस बारे में तो मैं सोच भी नहीं सकता।
संजय, तुम ऐसे तो न थे। आठवीं में तो तुम्हारे 65% अंक थे। अवश्य परीक्षा के दिनों में तुम्हारे साथ कोई परेशानी हो गई होगी। मुझे यह सोचकर ही झटका लगा कि तुम उसी कक्षा में रह गए हो। खैर, जो हुआ, सो हुआ। बीती ताही बिसार दे, आगे की सुध ले। अब इस बार इतनी मेहनत करा कि यह गलती वरदान बन जाए। तुम्हारा दिमाग अच्छा है। अतः तुम 90% अंक लेने का लक्ष्य बनाकर चलो। अगर तुम ऐसा कर पाए, तो सचमुच यह अभिशाप भी वरदान की तरह फलेगा।
दुख के इस अवसर पर तुम्हारा यह मित्र हर क्षण तुम्हारे साथ है। मेरे योग्य कोई सेवा-सहयोग हो तो लिखना न भूलना।
तुम्हारा मित्र
नरेश