Mahendra Singh Dhoni, महेन्द्र सिंह धोनी– Biography, Birth, Achievements, Records, Career Info, Age, Complete Essay, Biography, Paragraph in Hindi.

महेन्द्र सिंह धोनी

Mahendra Singh Dhoni

 

जन्म : 7 जुलाई 1981 जन्मस्थान : रांची (झारखंड)

महेन्द्र सिंह धोनी ने एक दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय मैच में 153 रन बनाकर किसी भी विकेट कीपर द्वारा रुवाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया है। किसी भारतीय विकेट कीपर द्वारा एक दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय मैच में सर्वाधिक (दस) छक्के लगाने का रिकॉड महेन्द्र सिंह धोनी के नाम है। इनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए इन्हें वर्ष 2007 में सर्वोच्च खेल सम्मान ‘राजीव गांधी खेल-रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

महेन्द्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट में ऐसे विकेट कीपर हैं जिन्होंने नए रिकॉर्ड बनाकर व क्रिकेट में तेज़ गति से रन बनाकर भारतीय दर्शकों का मन मोह लिया।

महेन्द्र सिंह धोनी का पालन-पोषण रांची में हुआ। उनके पिता का नाम पान सिंह तथा माँ का नाम देवकी देवी है। उनके एक भाई व एक बहन है। उनका भाई अल्मोड़ा (उत्तरांचल) में रहता है जहाँ उनके पिता का पैतृक निवास है। बहन का विवाह हो चुका है। महेन्द्र सिंह धोनी को लोग धोनी कहकर पुकारते हैं, जबकि उनका उपनाम माही है।

महेन्द्र सिंह धोनी ने अपने प्रथम श्रेणी के कैरियर की शुरुआत 1999-2000 में की। वह पाँच वर्ष तक प्रथम श्रेणी के मैच खेलते रहे। उसके पश्चात् 23 दिसम्बर, 2004 को उनका चयन बांग्लादेश के विरुद्ध खेलने के लिए अन्तरराष्ट्रीय टीम में हो गया। यह मैच बांग्लादेश में ही खेला गया था। दुर्भाग्यवश वह पहली ही गेंद पर रन-आउट हो गए।

। शुरू के चार मैचों में भाग्य ने धोनी का साथ नहीं दिया। पाँचवां मैच उन्होंने 2005 में पाकिस्तान के विरुद्ध विशाखापट्टनम में खेला। धोनी ने इस मैच में मात्र 123 गेंदों पर 148 रन बना डाले। वह तब तक किसी भारतीय विकेट कीपर द्वारा बनाया गया सर्वाधिक स्कोर था। इसमें उन्होंने 15 चौके तथा 4 छक्के लगाए। धोनी को इस मैच में पहली बार ‘मैन ऑफ द मैच’ पुरस्कार दिया गया।

31 अक्तूबर 2005 को धोनी ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ते हुए एक दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय मैच में जयपुर में श्रीलंका के विरुद्ध 183 (नाबाद) रन बनाए। यह रन 145 गेंदों पर बनाए गए। यह किसी विकेट कीपर द्वारा बनाया गया विश्व था। का सर्वाधिक स्कोर था। इसके पूर्व एडम गिलक्रिस्ट का 172 रन बनाने का रिकॉर्ड उनका अच्छा प्रदर्शन देखते हुए उन्हें भारत की टेस्ट मैच टीम में स्थान दे दिया गया। 2 दिसम्बर 2005 को धोनी ने अपना प्रथम टैस्ट मैच चेन्नई में श्रीलंका के विरुद्ध खेला। टेस्ट मैच में भी उन्हें पाँचवें मैच में सफलता मिली। उन्होंने पाकिस्तान के विरुद्ध 148 रन बनाए। 2005 के अन्त तक धोनी का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जारी रहा और 2005-2006 की आई.सी.सी. रैंकिग (एक दिवसीय) में धोनी को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ।

महेन्द्र सिंह धोनी क्रिकेट खेलने के पूर्व फुटबाल के गोलकीपर थे। उनके बारे में कहा जाता है कि वे दूध पीने के बहुत अधिक शौकीन हैं। वे दिन में 4 लीटर तक दूध पीते हैं। उनसे पूछे जाने पर उन्होंने दूध का शौक होने की बात स्वीकारी, परन्तु बताया कि वे प्रतिदिन एक लीटर दूध पीते हैं। धोनी के लम्बे बालों के अलग स्टाइल के कारण उनकी ‘पोस्टर ब्वाय’ की इमेज बन गई है।

2006 में धोनी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। ‘आई.सी.सी. चैम्पियन ट्रॉफी’, ‘डी.एल.एफ. कप’, वेस्टइंडीज व दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध मैचों में भारत को हार का सामना करना पड़ा। 2007 के विश्व कप में भी भारत पहले ही दौर में मुकाबले से बाहर हो गया। धोनी जीरो पर ही आउट हो गए।

विश्व कप के पश्चात् बांग्लादेश के विरुद्ध खेली गई एक दिवसीय मैच श्रृंखला में धोनी को मैन ऑफ द सीरीज़’ प्रदान किया गया। इंग्लैंड के दौरे पर एक दिवसीय मैच के लिए धोनी को टीम का उप-कप्तान बनाया गया।

धोनी अपनी आक्रामक बल्लेबाजी के कारण बहुत लोकप्रिय खिलाड़ी हैं। धोनी को लता मंगेशकर और किशोर कुमार के गाए गीत तथा गज़ल सुनने का शौक है। उन्हें बाइक की सवारी बहुत पसंद है। इसके अतिरिक्त बैडमिंटन और कम्प्यूटर खेल खेलने का भी इन्हें शौक है। वह दाहिने हाथ के खिलाड़ी हैं।

उपलब्धियां :

महेन्द्र सिंह धोनी को वर्ष 2007 के सर्वोच्च खेल सम्मान ‘राजीव गांधी खेल-रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

5 अप्रैल 2005 को महेन्द्र सिंह धोनी को पाकिस्तान के विरुद्ध 148 रन बनाने पर ‘मैन ऑफ द मैच’ पुरस्कार दिया गया। पाकिस्तान के विरुद्ध 148 रन बनाने पर धोनी भारत के किसी विकेट कीपर द्वारा बनाए सवाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए।

31 अक्तूबर, 2005 को जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में श्रीलंका के विरुद धोनी ने अविजित 183 रन बनाए, जो विश्व के किसी विकेट ऊपर दारा बनाया गया सर्वाधिक स्कोर था। अतः उन्होंने विश्व कीर्तिमान स्थापित किया और वह ‘मैन ऑफ द मैच’ चुने गए।

19 फरवरी 2006 को पाकिस्तान के विरुद्ध अविजित 72 रन बनाने पर वह ‘मैन ऑफ द मैच’ चुने गए। * 16 अप्रैल, 2006 को उन्हें आई.सी.सी. रैंकिंग में द्वितीय स्थान प्राप्त

है 19 अप्रैल 2006 को आई.सी.सी. रैंकिंग में (एक दिवसीय मैच में) धोनी को एक नम्बर रैंकिंग मिली।

धोनी एक दिवसीय मैचों में एक मैच में 10 छक्के लगाने वाले प्रथम भारतीय खिलाड़ी हैं।

एक दिवसीय मैच में 15 चौके तथा 10 छक्के लगाकर धोनी ने 120 रन बनाने का कीर्तिमान बनाया है।

एक दिवसीय मैचों की आई.सी.सी. रैंकिंग में प्रथम स्थान पर पहुँचने वाले धोनी प्रथम भारतीय क्रिकेटर हैं।

उन्हें 2006 में एम टी.वी. तथा पेप्सी का ‘यूथ आइकॉन’ चुना गया।

एन.डी.टी.वी. ने उन्हें 2006 के लिए ‘यूथ आइकॉन’ नामांकित किया है।

2007 में बीस ओवर्स की मैच श्रृंखला में भारत की टीम महेन्द्र सिंह धोनी की कप्तानी में खेली और फाइनल मैच में पाकिस्तान को हराकर विश्व चैंपियन घोषित हुई।

2008 में आईसीसी द्वारा एक दिवसीय मैचों का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी पुरस्कार प्रदान किया गया।

2009 में भी आई.सी.सी. द्वारा सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार मिला।

2009 में ‘राजीव गाँधी खेल रत्न’ पुरस्कार मिला है 2010 में एक दिवसीय विश्व रैंकिंग में प्रथम स्थान प्राप्त किया।

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