इण्टरनेट पर समाचार क्रांति
Internet par Samachar Kranti
जनसंचार का इण्टरनेट सबसे तेज़ माध्यम है। यह ऐसा माध्यम है जिसने प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को पीछे छोड़ दिया है। इसकी पहुंच दुनिया के हर कोने में है। यह ऐसा माध्यम है जिसमें प्रिंट मीडिया भी है, इलैक्ट्रॉनिक मीडिया भी है। बल्कि जनसंचार के सभी माध्यमों का समावेश इसमें देखा जा सकता है। आज इंटरनेट पर समाचार पढ़े जा सकते हैं। इस पर पड़े जाने वाले समाचारों की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह मिनट दर मिनट विकसित होते चले जाते हैं। दूसरे शब्दों में इस माध्यम पर समाचार बहुत जल्द अपडेट होते चले जाते हैं। दुनिया भर की ताजा खबरें कुछ ही समय में इस पर पढ़ी जा सकती हैं। कुछ लोगों का समाचारपत्र पढ़ने का अभ्यास छुट गया है। दूसरे समय के अभाव के कारण टी.वी. नहीं देख पाते। इसलिए वे इंटरनेट पर समाचार पढ़ना-देखना पसंद करते हैं। आज लगभग सभी राष्ट्रीय समाचारपत्र और टी.वी. समाचार चैनल इंटरनेट पर उपलब्ध हैं। इसी तरह प्रत्येक भाषा के समाचारपत्र भी उपलब्ध है। आप इंटरनेट पर हिंदी में दैनिक नवभारत टाइम्स पढ़ सकते हैं, दैनिक हिंदुस्तान पढ़ सकते हैं, दैनिक जनसत्ता पढ़ सकते हैं। इसके अतिरिक्त अगर उजाला, दैनिक जागरण, नवोदय टाइम्स, राष्ट्रीय समाचार, दैनिक भास्कर, नयी दनिया राजस्थान पत्रिका आदि भी पढ़ सकते हैं। अंग्रेजी समाचारों को भी इंटरनेट पर पढ़ा जा सकता है। जैसे टाइम्स ऑफ इंडिया, हिन्दुस्तान टाइम्स, इन्डियन एक्सप्रेस, हिंदू, ट्रिब्यून, स्टेट्स मैन, पॉयनियर आदि। इंटरनेट पर आप इंडिया टीवी. आई.बी.एन. जी.न्यज, आज तक आदि भी देख-पढ़ सकते हैं। अनेक पत्रिकाएँ इंटरनेट पर उपलब्ध हैं। इन्हें कभी भी साइड पर जाकर खोलकर पढा जा सकता है और अपने मन के मुताबिक समाचार पढ़ सकते हैं। भारत में वास्तविक अर्थों में वेब पत्रकारिता में रोडिफ डॉटकॉम इंडिया ईफोलाइन तथा सीफ़ी जैसी कुछ साइटें है। वेब साइट पर विशुद्ध पत्रकारिता शरू करने का श्रेय जनसत्ता के पूर्व संवाददाता विनीत नारायण को जाता है। उन्होंने तहलका डॉटकॉम शुरू किया था। अब तो भारत में हर क्षेत्र से निकलने वाला छोटा इंटरनेट पर बड़ा समाचार पढ़ा जा सकता है। स्वतंत्र पत्रकार किसी भी समाचार या पत्र-पत्रिकाओं में लेख अथवा अन्य सामग्री से सहयोग करता है। जितना लिखता है उसका उसे मानदेय मिल जाता है। वह किसी समाचारपत्र का पूर्णकालिक पत्रकार नहा हाता।