यदि मैं चिकित्सक होता
If I were a Doctor
यदि मैं चिकित्सक होता तो मुझे बहुत खुशी होती । मुझे बीमारी से पीड़ित व्यक्तियों की सेवा का अवसर मिलता । संसार की सबसे बड़ी खुशी परोपकार और सेवा से मिलती है । एक चिकित्सक के रूप मुझे यह खुशी निरंतर मिलती रहती । मैं बहुत ध्यान से मरीजों का इलाज करता । मैं धैर्यपूर्वक उनकी तकलीफ सुनकर उनका उचित इलाज करता । मैं निराश मरीजों के अंदर विश्वास जगाकर उन्हें आशा और विश्वास का दामन थामने के लिए कहता । यदि मैं चिकित्सक होता तो धन के लालच में न पड़कर मरीजों का उचित इलाज करता । निर्धन मरीजों के इलाज में धन को आड़े नहीं आने देता । दरिद्र-नारायण की सेवा हा सच्ची सेवा है, यह समझकर निर्धनों का मुफ्त इलाज करता । मैं चिकित्सा क्षेत्र में हुई प्रगति के बारे में जानकारी रखता और मरीजों को नवीनतुम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराता । मैं एड्स, कैंसर जैसे असाध्य मरीजों के साथ विशेष सहानुभूति रखते हुए ऐसी बीमारियों के प्रति सामाजिक जागरूकता फैलाने का कार्य करता ।