भैंस के आगे बीन बजाने
Bhains ke aage been Bajana
एक मूर्ख लड़की थी। वह बहुत लापरवाह थी । इसी कारण वह अपनी वस्तुओं का ठीक से ध्यान नहीं रखती थी। जब-तब उसकी कोई न कोई वस्तु खो जाती थी। जिसकी वजह से उसकी कोई चीज उचित स्थान पर नहीं। मिलती थी। इसी कारण उसके पिता हमेशा उससे वस्तुओं को संभाल कर रखने को कहते रहते थे परन्तु उसके कानों पर जूं तक नहीं रेगंती थी। एक दिन उसके पिता दफ्तर आते हुए मारिया के लिए एक बहुत ही सुंदर गुड़िया लाए। मारिया को गुड़िया देते हुए उन्होंने यह भी कहा कि यह गुडिया खोनी नहीं चाहिए। उस दिन मारिया पूरे दिन उस गुड़िया से खेलती रही। उसके बाद उसने गुड़िया अलमारी में रख दी। कुछ समय पश्चात् मारिया के पिता आए और उन्होंने उसे बाजार चलने के लिए कहा। मारिया तैयार होने के लिए अन्दर चली गई। उसने सोचा, “कहीं मेरी गुड़िया फिर न खो जाए, अत: इसका कोई उपाय करना चाहिए।” यह सोचकर उसने गुडिया को उठाया और अपनी पीठ पर लाद कर घर से बाहर आ गई। जब पिता ने उसे गुड़िया को पीठ पर बाँधे देखा तो उससे इसका कारण पूछा तो उसने सारी बात बता दी। उसकी बात सुनकर पिता ने अपना सिर पीट लिया। वैसे भी सच ही है मूर्खा को समझाना भैंस के आगे बीन बजाने के समान है।