प्रीतिभोज के निमन्त्रण के उत्तर में अपनी अस्वीकृति लिखिए।
10/12 गाँधी नगर,
दिल्ली ।
प्रिय राजीव,
मधुर मिलन|
आज जब मैं घर पहुँचा तो मुझे तुम्हारा भेजा हुआ प्रीतिभोज का निमंत्रण-पत्र पाकर । हार्दिक प्रसन्नता हुई। मैं तुम्हें तुम्हारी प्रसन्नता के लिए हृदय से शुभकामनाएँ देता हैं। तुम्हारे अच्छे पद के नौकरी की बड़ी ही प्रसन्नता हुई। मैं इसका वर्णन कर सकता। प्रीतिभोज में सम्मिलित होने पर मुझे अत्यन्त हर्ष होता, लेकिन उस दिन बड़े भईया के लड़के कोणार्क का जन्मदिन है। घर में कई रिश्तेदार आयेंगे। मैं तो स्वयं तुम्हें आमंत्रित करना चाहता था, लेकिन अब तो तुम भी नहीं आ सकते। मेरी अनुपस्थिति को मेरी विवशता समझकर क्षमा कर देना।
अंकल व आन्टी को प्रणाम कहना। स्वेता, ज्योति को मेरा प्यार देना |
तुम्हारा
अभिन्न मित्र,
हेमन्त
दिनांक : 10 अगस्त, 1998