Hindi Letter on “Vidyalaya me Khelkud ka saman mangvane hetu Principal ko Prarthna patra”, “खेलकूद की सामग्री की और ध्यान दिलाते हुए प्रधानाचार्य को एक प्रार्थना पत्र”.

विदयालय में खेलकूद की सामग्री की और ध्यान दिलाते हुए प्रधानाचार्य को एक प्रार्थना पत्र लिखिए।

अथवा

विदयालय मैं खेलकूद की सामग्री की समुचित व्यवस्था करने हेतु प्रधानाचार्य को आवेदन पत्र लिखिए।

 

 

प्राचार्य महोदय,

वी०के० इंटरनेशनल स्कूल,

शिमला।

विषय : विदयालय में खेलकूद की सामग्री की कमी के संबंध में।

 

मान्यवर महोदय,

सविनय निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय की कक्षा दसवीं ‘सी’ का छात्र हूँ तथा विद्यालय की खेल-परिषद् का उपसचिव भी हूँ। इस प्रार्थना पत्र द्वारा मैं आपका ध्यान विद्यालय में खेलकूट की सामग्री की कमी की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ।

श्रीमन, आपके कुशल मार्गदर्शन तथा विद्यालय में कार्यरत आचार्यों की कर्तव्यपरायणता एवं परिश्रमशीलता के कारण हमारा विद्यालय अपने क्षेत्र में ही नहीं दूर-दूर तक प्रसिद्ध है। विद्यालय का शत-प्रतिशत परीक्षाफल तथा विदयार्थियों दवारा अनेक विषयों में प्राप्त की गई विशेष योग्यताओं की बहुत बड़ी संख्या इसकी साक्षी है। सांस्कृतिक गतिविधियों में भी हमारा विद्यालय अग्रणी है पर खेलकूद संबंधी गतिविधियों में विद्यालय वह कीर्ति प्राप्त नहीं कर सका. जो ठसे प्राप्त करनी चाहिए थी। इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनका आप शारीरिक शिक्षक तथा विद्यालय के वरिष्ठ आचार्यों के साथ बैठक करके पता लगा सकते हैं। मेरी दृष्टि में इसका एक प्रमुख कारण है-विद्यालय में खेलकूद की सामग्री का अभावा हमारे विद्यालय का क्रीडाक्षेत्र बहुत बड़ा है, जहाँ अनेक प्रकार के खेलों के लिए, मैदान हैं, परंतु खेलकुद सामग्री का अभाव होने के कारण विद्यार्थी पर्याप्त अभ्यास नहीं कर पाते। विद्यालय में टेबिल टेनिस बैडमिंटन तथा लॉन टेनिस जैसे खेलकूदों की सामग्री का नितांत अभाव है, साथ ही शतरंज जैसे अंतर्राष्ट्रीय खेल की सामग्री तथा प्रशिक्षण की सुविधा नहीं है। आवासीय विद्यालय होने के कारण हमारे विद्यालय के छात्रों में खेलकूद संबंधी प्रतिभा तथा रुचि की कमी नहीं है पर पर्याप्त सामग्री तथा प्रशिक्षण की कमी के कारण उनकी प्रतिमा उभर नहीं पाती।

आपसे अनुरोध है कि इस विषय पर गंभीरता से विचार करें और विभिन्न खेलकूदों की सामग्री तथा उनके प्रशिक्षण की सुविधाएँ उपलब्ध कराकर खेलकूद संबंधी गतिविधियों को प्रोत्साहित करें।

धन्यवाद।

आपका आज्ञाकारी शिष्य,

पीयूष श्रीवास्तव

उपसचिव,  खेल परिषद्

दिनांक : 9 अक्तूबर, 20…

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