दूरदर्शन पर कुछ चैनलों पर दिखाए जाने वाले आपत्तिजनक कार्यक्रमों के संबंध में किसी प्रसिद्ध समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए।
आत्माराम दुवे,
अध्यक्ष, जन जागरण मंच,
राजेंद्र नगर, नई दिल्ली।
संपादक महोदय,
दैनिक हिंदुस्तान,
कस्तूरबा गांधी मार्ग,
नई दिल्ली-110001
विषय : दूरदर्शन पर दिखाए जाने वाले आपत्तिजनक कार्यक्रमों के संबंध में।
महोदय,
इस पत्र के माध्यम से मैं सरकार तथा दूरदर्शन के उच्च अधिकारियों का ध्यान दूरदर्शन पर दिखाए जाने वाले कुछ कार्यक्रमों के संबंध में आकृष्ट करना चाहता हूँ तथा उन तक अपने विचार पहुँचाना चाहता हूँ। कृपया मेरे इस पत्र को ‘लोकवार्ता’ शीर्षक के अंतर्गत प्रकाशित करने का कष्ट करें।
दूरदर्शन आधुनिक युग का एक ऐसा सशक्त साधन है, जो जन जागरण करने तथा समाज में व्याप्त रूढियों. अंधविश्वासों तथा बुराइयों को मिटाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। दूरदर्शन के कार्यक्रमों का प्रभाव व्यक्ति के मन और मस्तिष्क पर बहुत गहरा पड़ता है। दुर्भाग्य से आज दूरदर्शन पर अनेक चैनलों के आ जाने से उन पर जो कार्यक्रम प्रसारित किए जा रहे हैं, वे न केवल उद्देश्यविहीन हैं अपितु युवा वर्ग को दिग्भ्रमित करने का कार्य कर रहे हैं। उन पर आधुनिकता के नाम पर जिस प्रकार का संगीत, नृत्य तथा विदेशी फ़िल्में दिखाई जा रही हैं, वे यवा वर्ग के नैतिक पतन के लिए उत्तरदायी सिदध हो रही हैं। इन कार्यक्रमों में अर्धनग्न दृश्य, मुक्त चुंबन, बलात्कार तथा अश्लीलता का प्रदर्शन किया जा रहा है। इन कार्यक्रमों में अधिकांश ऐसे हैं, जिन्हें पूरा परिवार एक साथ बैठकर देख भी नहीं सकता। दुर्भाग्य का विषय यह है कि आज का युवा वर्ग ऐसे ही कार्यक्रमों को देखना पसंद करता है। ये कार्यक्रम भारतीय जनमानस को अपनी संस्कृति से विमुख करके पश्चिमी सभ्यता की ओर खींच रहे हैं। मेरा दूरदर्शन के उच्च अधिकारियों तथा सरकार से निवेदन है कि इस प्रकार के कार्यक्रमों पर अंक लगाएँ तथा केवल उन्हीं कार्यक्रमों को प्रसारित किए जाने की अनुमति दें, जिनमें आधुनिकता और फैशन के नाम पर नैतिकता की सीमा का उल्लंघन न किया गया हो।
धन्यवाद।
भवदीय,
आत्माराम दुबे
दिनांक : 21.01.20……