Hindi Letter on “Dasvi Kaksha me Board Pariksha Samapt karane ke sambandh me Sampadak ko patra”, “दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा समाप्त करने के संबंध में”.

नवभारत टाइम्स समाचार-पत्र के संपादक को दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा समाप्त करने के प्रावधान के बारे में अपने विचार प्रकट करते हुए पत्र लिखिए।

 

संपादक महोदय,

नवभारत टाइम्स,

नई दिल्ली।

विषय : दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा समाप्त करने के संबंध में।

मान्यवर,

हाल ही में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा दसवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा की समाप्ति की घोषणा की गई है। बोर्ड के इस कदम के दूरगामी परिणामों की ओर मैं आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूँ, जिससे जनता तथा सरकार भी इन तथ्यों से अवगत हो सके। इसका पहला दुष्परिणाम यह होगा कि बच्चों की पढ़ाई के प्रति गंभीरता कम हो जाएगी। दसवीं कक्षा की परीक्षा छात्र के भविष्य का आधार होती है, बोर्ड के इस कदम से छात्रों को अपनी रुचि के विषय में प्रवेश लेने की कठिनाई का सामना करना पड़ेगा क्योंकि छात्रों का मूल्यांकन बोर्ड न करके स्वयं विद्यालय करेगा। निजी विद्यालय अपने को सर्वोच्च घोषित करने के लिए अपने विद्यार्थियों को उच्च ग्रेड देंगे, जिससे सरकारी विद्यालय के विद्यार्थी भविष्य में उनसे प्रतिस्पर्धा में पीछे रह जाएंगे। यह भी संभावना है कि कछ शिक्षक छात्रों के साथ पक्षपातपूर्ण व्यवहार कर उन्हें निम्न ग्रेड देंगे, जो उनके भविष्य पर कुठाराघात होगा; अतः सरकार को कोई भी निर्णय लेने से पूर्व उसके भविष्य के परिणामों को भी ध्यान में रखना चाहिए। आशा है आप मेरे विचारों को प्रकाशित करेंगे तथा उन्हें जनता तक पहुँचाएँगे।

धन्यवाद।

भवदीय,

क०ख०ग०

दिनांक : 23.10.20…….

Leave a Reply