अपने पिता जी को पत्र लिखकर बताइए कि आपकी पढ़ाई कैसी चल रही है। उनसे कुछ रुपए भेजने की भी प्रार्थना कीजिए।
शर्मा कुटीर,
रेलवे रोड,
राजपुरा
12 मार्च 2011
पूजनीय पिता जी,
सादर चरण स्पृश।
आपका कृपा-पत्र कल प्राप्त हुआ। आपने मेरी पढ़ाई के बारे में पूछा है। आपको जानकर हर्ष होगा कि मेरी पढ़ाई ठीक चल रही है। पिछले दिनों विद्यालय में त्रैमासिक परीक्षाएं हुई थीं। मैं सभी विषयों में अपनी कक्षा में प्रथम रहा हूँ। मैं दिसम्बर में होने वाली षट मासिक परीक्षाओं के लिए खूब मन लगाकर पढ़ रहा हूँ तथा मुझे आशा है कि आपके आर्शीवाद से मैं कक्षा में प्रथम आऊँगा।
मैंने कुछ पुस्तकें खरीदनी हैं तथा अपने जन्म दिवस पर सहपाठियों को पार्टी भी देनी है। अतः आपसे प्रार्थना है कि आठ सौ रुपए शीघ्र भेजकर कतार्थ करें। पूज्य माता जी को चरण-स्पर्श, मोनिका को प्यार।
पत्रोतर की प्रतीक्षा में,
आपका आज्ञाकारी पुत्र,
रजनी कान्त।