अपने महल्ले की सफाई को अव्यवस्था का वर्णन करते हुए स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र लिखे।
श्रीमान् स्वास्थ्य-अधिकारी,
दिल्ली नगर निगम,
सदर पहाड़गंज क्षेत्र,
दिल्ली |
विषय : वर्षा के कारण गलियों की दुर्दशा।
मान्यवर,
सविनय प्रार्थना है कि आजकल जितना वर्षा का-जोर है, उतना ही आपके विभाग में शिथिलता शाई हुई है। वषरम्भ से पहले दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों ने ऐसा निश्चय प्रकट किया था कि इस वर्ष उसके विभाग ने वर्षों से निपटने के लिए सभी उचित प्रबन्ध कर लिए हैं, किन्तु वर्षा के कारण गलियों में मुहल्लों की दुर्दशा को देखकर ऐसा लगता है कि दिल्ली नगर निगम की कथनी और करनी में आकाश-पातात का अन्तर है।
हमारा क्षेत्र घनी आबादी वाला है। इस क्षेत्र में छोटी-छोटी गलियाँ हैं और कम चौड़ी। सड़कें हैं। यहाँ पानी के निकास की व्यवस्था ठीक नहीं है। वर्षा की एक बौछार से सड़कों व गलियों में पानी भर जाता है। यह पानी कई-कई दिन तक जमा रहता है। जमे हुए पानी पर मदर डेरा डाले रहते हैं। वर्षा के दिनों में हमारे क्षेत्र में मलेरिया का प्रकोप रहता है। वर्षा के कारण गलियों और सड़कों पर गड्ढे बने रहते हैं। कई बार मेनहोल के ढक्कनों के न होने से दुर्घटनाएँ होती रहती हैं।
अतः आपसे अनुरोध है कि आप स्वयं शीघ्रातिशीघ्र इस क्षेत्र का निरीक्षण करें और पानी के निकास के समुचित प्रबन्ध के लिए कर्मठ कर्मचारियों की नियुक्ति करें। मेन-होत के ढक्कन यथासम्भव बदलने की व्यवस्था करें तथा गलियों व सड़कों पर पड़े गड्ढों की यथाशीघ्र मरम्मत करवाने की व्यवस्था करें।
धन्यवाद सहित,
भवदीय,
क. ख. ग.
मन्त्री,
मुहल्ला सुधार समिति,
दिनांक : 2 अगस्त, 1999