मित्र को खेलों का महत्त्व बताते हुए पत्र लिखें।
Mitra ko Khelo ka Mahatva batate hue Patra
14 गली नं03
सत नगर
नवांशहर।
16 अप्रैल, 20…..
प्यारे सुधीर,
तुम्हारा पत्र मिला। पढ़कर मालूम हुआ कि तुमहारी सेहत खराब रहती है। मेरे विचार में इसका कारण तम्हारा पढ़ाई की ओर अधिक ध्यान देना है। आप खेल-कूद को महत्त्व को नहीं समझते। खेलों के बिना जीवन अधूरा है। खेलों में भाग लिए बिना कोई भी छात्र तन्दरुस्त नहीं रह सकता। मैं पत्र द्वारा तुम्हें खेलों के महत्त्व पर कुछ आवश्यक बातें लिख रहा हूँ। यदि आप मेरी इन बातों पर ध्यान दोगे तो तुम्हारी बिगड़ी सेहत निश्चय ही ठीक हो जाएगी।
मनुष्य के जीवन में खेलों का बड़ा महत्त्व है। बचपन से ही प्रत्येक किसी न किसी खेल में रुचि रखता है। खेलों में भाग लेने से शारीरिक व्यायाम भी होता है। खेलों में भाग लेने से व्यक्ति में आपसी सहयोग और मेल-जोल की भावना बढ़ती है। विद्वानों का कहना है कि समय पर काम करने तथा समय पर खेलने से जीवन में स्फूर्ति आती है। खेल जीवन और शरीर को निरोग रखने की औषधि है। ।
मुझे पूर्ण विश्वास है कि मेरी बातों पर तुम अवश्य ही विचार करोगे। अगले पत्र में लिखना कि आपने कौनसे खेल में भाग लेना शुरू किया है। मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।
तुम्हारा दोस्त,
मनजीत
पता- भगवान दास
12 गांधी पार्क
नजदीक राज सिनेमा
राजपुरा
यह पत्र बहुत ही अच्छा है लोगों के लिए