ताजमहल
Taj Mahal
निबंध नंबर :- 01
आज ताजमहल संसार के सात आश्चर्यों में से एक है। यह आप शहर में यमुना के किनारे स्थित है। भारत में अनेक शहरों में ऐतिहासिक इमारतें हैं जिनमें आगरा प्रमुख है। इस कारण आगरा भी एक महत्त्वपर्ण पर्यटन स्थल है। आगरा में बने ताजमहल को देखने हजारों देशी-विदेशी पर्यटक प्रतिदिन आते हैं। इसके अलावा पर्यटक आगरा में लालकिला एतमाद्दौला, सिकंदरा और फतेहपुर सीकरी भी देखते हैं।
ताजमहल सफेद संगमरमर का बना है। इसे मुगल सम्राट शाहजहाँ ने अपनी प्रिय बेगम मुमताज़ महल की याद में बनवाया था। इसके चारों कोनों में चार मीनारें बनी हुई हैं। ताजमहल के मुख्य द्वार पर पाक कुरान की आयतें उत्कीर्ण हैं।
ताजमहल के अंदर अंदर चार कब्र हैं-दो ऊपर की मंजिल में और दो नीचे। परंतु कहा जाता है कि वास्तविक कब्र नीचे है। ताजमहल में पूरब और और पश्चिम में दो मस्जिदें हैं। चंद्रमा के दूधिया प्रकाश में ताजमहल बहुत दिखता है। इसलिए कार्तिक मास (अक्तूबर) में आने वाली शरद पूर्णिमा के दिन ताजमहल में मेला लगता है। उस दिन देशी-विदेशी हजारों कि ताजमहल की इस अनुपम छटा को देखने आते हैं और चंद्रमा के दधिया प्रकाश में दीवारों पर उत्कीर्ण कुरान की आयतों को देखते में जो झिलमिलाती और चमकती हुई नज़र आती हैं। अपनी इस अद्भुत छटा और सुंदरता के लिए ताजमहल विश्व भर में प्रसिद्ध है। इसी कारण सन 1983 में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थान (वर्ल्ड हैरिटेज साइट) के लिए चुन कर इसका गौरव बढ़ाया था।
ताजमहल भारत में मुगल शासन का सर्वाधिक प्रसिद्ध स्मारक है। इसका निर्माण कार्य 1632 ई० में आरंभ हुआ था और 1653 ई० में 22 वर्ष में पूरा हुआ था। उस समय इसके निर्माण में 50 लाख रुपए खर्च हुए थे। कुछ विद्वानों का मत है कि यह सन् 1648 में बनकर तैयार हुआ था और इसकी रूपरेखा (डिजाइनिंग) उस्ताद अहमद लाहौरी ने बनाई थी। अपने सौन्दर्य के कारण यह संपूर्ण संसार में विख्यात है। इसका नक्शा उस्ताद ईशा नामक भारतीय वास्तुकार ने बनाया था। हो सकता है कि उसन नक्शा बनाने में किसी इतालवी अथवा फ्रांसीसी वास्तुकार की सहायता ली हो या यह उसकी मौलिक कृति हो।
ताजमहल को बने 350 वर्ष से अधिक हो गए हैं। यह आज भी यमुना क किनारे दाहिनी ओर अपनी संपर्ण संदरता के साथ विद्यमान है और संसार के सभी भागों से हज़ारो-लाखों यात्री इसे देखने आते हैं। इसे संगमरमर की स्वप्निल रचना’ कहा जाता है। कहा जाता है कि बाट शाहजहाँ ने ताजमहल बनाने वालों के हाथ काट दिए थे ताकि वे दूसरा ताजमहल न बना सकें।
सचमुच, विश्व में ताजमहल जैसा कोई दूसरा स्मारक नहीं है। यह विश्व की सबसे अनूठी और अद्भुत एक मानवीय रचना है।
निबंध नंबर :- 02
ताज महल
ताज महल विश्व का आठवाँ आश्चर्य माना जाता है। यह सफेद संगमरमर से बना है। यह एक बहुत अद्भुत स्मारक और वास्तु शिल्प का बेजोड़ नमूना है। ताज महल संगमरमर से लिखी एक प्रेम कहानी है। दिन के विभिन्न पहरों में इसका सौन्दर्य भिन्न दिखाई पड़ता है। चांदनी रात में इसके सौन्दर्य में चार चांद लग जाते हैं।
सम्राट शाहजहाँ ने अपनी रानी मुमताज महल की याद में इसे बनवाया था। रानी की मृत्यु के बाद उन्हें यहाँ दफन किया गया था। राजा शाहजहां एवं रानी मुमताज दोनों की कब्रे यहाँ संगमरमर से बनी हैं। ताज महल यमुना नदी के तट पर स्थित है। लाल बलुआ पत्थर की नींव पर यह खड़ा है। इसे बनाने में लगभग 17 वर्ष लगे। हज़ारों कारीगरों ने कंधे-से-कंधा मिलाकर इसे बनाया।
इसकी चार मीनारें हैं। इसके चारों ओर हरी घास और फूलों के बगीचे हैं। इसके सामने सुन्दर नहर बह रही है जिसमें अनगिनत फव्वारे लगे हैं। विशाल गुम्बज के नीचे शाहजहाँ और मुमताज चिर निद्रा में सो रहे हैं। हजारों पर्यटक प्रतिदिन इसे देखने आते हैं। भारत दर्शन के इच्छुक पर्यटकों का ताजमहल देखना आवश्यक है नहीं तो उनकी यात्रा अधूरी मानी जायेगी।