सफलता का महत्व
Safalta ka Sadhan
सफलता सब का लक्ष्य बिन्दु होता है। हर व्यक्ति सफल होना चाहता है मगर बहुत कम इसे प्राप्त कर पाते हैं। सफलता कठिन परिश्रम एवं दृढ़ प्रतिज्ञा से प्राप्त होती है। अगर हम कठिन परिश्रम करने के लिये तैयार नहीं हैं तो हमें सफलता की उम्मीद नहीं रखनी चाहिये। जब तक हम पूरी आस्था से प्रयास नहीं करेंगे हम सफल नहीं होंगे।
सफलता प्राप्ति के लिये समय की कीमत जानना बहुत आवश्यक है। ऐसा कहा जाता है कि समय कीमती है। समय को गंवाने का मतलब हैअवसर को खो देना। कठिन परिश्रम के साथ एक सफल व्यक्ति समय का सदुपयोग करना भी जान जाता है। जीवन क्षणभंगुर है। सीमित है। हमें समय व्यर्थ नहीं करना चाहिये। अभी बहुत कुछ करना बाकी है और हमें समय का सर्वोत्तम उपयोग करना चाहिये।
जीवन की दिशा और अपने लक्ष्य को जानना भी बहुत महत्त्वा हमें अपनी जीविका बहुत सावधानी से चुननी चाहिये। दूसरे ह को कहते हैं उसके बजाय हमें यह देखना चाहिये कि हमारी रुचि कि हम क्या अच्छे से कर सकते हैं। एक रास्ता चुनना और उस पर पर ध्यान करना बहुत जरूरी है।
अपनी परी ऊर्जा को अपने चुने गये लक्ष्य पर लगाना आवश्यक है। ही समय पर बहुत-सी चीजों के पीछे दौड़ने से कोई लाभ नहीं होता। किसी भी व्यक्ति को प्रत्येक कार्य अपनी पूरी योग्यता से करना चाहिये।
कई बार बहुत प्रतिभावान न होते हुये भी कठिन परिश्रम के बल पर कुछ व्यक्ति सफलता प्राप्त कर लेते हैं। परिस्थितियों और भाग्य पर हमारा कोई ज़ोर नहीं चल सकता। मगर हम कितनी मेहनत कर सकते हैं वह हमारे हाथ में है। हर परिस्थिति में हमें अच्छा करने का प्रयत्न करना चाहिए, हमें फल की चिन्ता नहीं करनी चाहिये। बस यह याद रखें परिश्रम सफलता की कुंजी है।
Rajniti me dharm ka paribes