जम्मू-कश्मीर
Jammu Kashmir
काम-कश्मीर हिमालय की पर्वतमालाओं में बसा हुआ है। इसे ती का स्वर्ग’ भी कहा जाता है। जम्मू-कश्मीर से कई देशों की सीमाएँ लगी हुई हैं। उत्तर-पूर्व में चीन, दक्षिण में हिमाचल प्रदेश और पंजाब तथा पश्चिम एवं उत्तर-पश्चिम में पाकिस्तान द्वारा अधिकृत आजाद कश्मीर से जम्मू-कश्मीर की सीमा सटी हुई है।
जम्मू-कश्मीर के तीन प्रमुख क्षेत्र हैं-जम्मू, कश्मीर घाटी तथा लद्दाख। कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर तथा शीतकालीन राजधानी जम्मू है जबकि कश्मीर घाटी ‘पृथ्वी के स्वर्ग’ के रूप में विश्व भर में सुविख्यात है। इसके अलावा कश्मीर पहाड़ों के अद्भुत, आकर्षक और मनोहारी प्राकृतिक दृश्यों के लिए भी प्रसिद्ध है।
पहाड़ों में स्थित जम्मू के मंदिर एवं मस्जिद भी दर्शनीय पर्यटन-स्थल हैं। इन्हें देखने प्रति वर्ष हजारों पर्यटक आते हैं। लद्दाख, जो ‘छोटा तिब्बत’ के नाम से प्रसिद्ध है, अपने बेमिसाल सुंदर पहाड़ों एवं बौद्ध संस्कार के लिए सुविख्यात है।
हिन्दू ग्रंथों के अनुसार, एक बार ऋषि कश्यप ने बारामूला के नज़दीक पहाड़ को काटकर बनाई गई पीर पंजाल पर्वत श्रेणी की एक झील को सुखा दिया और फिर उस घाटी में भारत के लोगों को बसा के लिए प्रेरित किया। इस प्रकार इस घाटी का नाम कश्मीर घाटी पर गया।
कश्मीर सर्वप्रथम मौर्य एवं कुषाण साम्राज्य में स्थापित हुआ था। तत्पश्चात् 8वीं सदी में हिन्दू वीर योद्धा ललितादित्य मुक्तापिदा ने कश्मीर पर शासन किया था। उसके बाद 12वीं शताब्दी में मुसलमानों की तर्किश सेना ने कश्मीर पर आक्रमण किया। फिर सन् 1322 में जुल्कादुर खान ने इस पर पूर्णतः अपना अधिकार कर लिया। इस प्रकार एक के बाद एक कश्मीर पर आक्रमण और शासन किया जाता रहा।
कश्मीर को ‘धरती के स्वर्ग’ की संज्ञा दी गई है इसलिए हर कोई शासक कश्मीर पर शासन करना चाहता था। यहाँ की डल झील विश्व-प्रसिद्ध है। इसमें हाऊस-बोट होते हैं जिन्हें शिकारा कहते हैं। पर्यटक इसमें बैठकर डल झील की सैर करते हैं और इसी में वे रहते भी हैं। सर्दियों में ये झील पूर्ण रूप से जम जाती है और इस पर बच्चे क्रिकेट खेलते हैं।
कश्मीर में शालीमार गार्डन है जिसे मुगल सम्राट जहाँगीर ने बनवाया था। यहाँ गुलमर्ग है जो घने जंगलों से घिरा हुआ है तथा यहाँ सुंदर व मनमोहक फूलों के बाग हैं। पटनीटॉप है, जो अक्सर बर्फ से ढका रहता है। इसे हिल-रिज़ॉर्ट (पहाड़ी सैरगाह) कहते हैं। पहलगाम है जहा अमरनाथ यात्रियों के लिए कैंप बनाए जाते हैं। सोनमर्ग है जो श्रीनगर जिले में है। यहाँ पर तीन झीलें हैं-किशेनसर, बिशेनसर और गंगबाल।
अलावा श्रीनगर से 11 कि.मी. की दूरी पर निशात गार्डन है। यह सील के किनारे पर है। जम्मू में वैष्णो देवी का मंदिर है जो जमीन से 10-12 किलोमीटर ऊपर स्थित है।
सभी पर्यटन स्थलों को देखने जम्मू कश्मीर में हजारों पर्यटक दिन आते हैं और प्राकृतिक सौन्दर्य का अद्भुत एवं स्वर्गीय आनन्द लेते हैं। जब सर्दी के महीनों में यहाँ आकाश से बर्फ बरसती है, तो यह दश्य बहुत सुंदर और मनोहारी होता है। उस समय बर्फबारी का यह दृश्य देखने हजारों पर्यटक आते हैं। तब पूरा कश्मीर बर्फ की सफेद चादर से ढक जाता है। यह दृश्य अत्यंत सुंदर और मनोरम होता है जो व्यक्ति यह दृश्य देखता है, वह यही कहता है-“कश्मीर धरती का स्वर्ग है।”