हाथी
Hathi
हाथी संसार के सबसे विशालकाय जानवरों में एक है। इसकी चार खम्भों की तरह लगती हैं। इसकी एक लम्बी और मोटी सूंड़ होती है जिससे यह पानी पीता है। हाथी अपनी सूंड से खाने की चीजें उठाकर अपने मुँह में डालता है। सूंड में पानी भरकर वह अपने ऊपर डालता है।
हाथी प्राय: काले या गहरे सलेटी रंग के होते हैं। सफेद हाथी कहानियों में पढ़े जाते हैं जो वास्तव में बहुत कम होते हैं। हाथियों के दो लम्बे दाँत निकले हुये होते हैं जो खाने के लिये प्रयोग नहीं होते। हाथी के कान बडे-बड़े और पूँछ छोटी-सी होती है। हाथियों को केले, झाड़ियाँ और पत्तियाँ खाना अच्छा लगता है।
हाथी बहुत शक्तिशाली जानवर होता है और आदमी के लिये भारी बोझ उठाने के काम आता है। हाथी लकड़ी के बड़े-बड़े लट्ठों (टुकड़ों) को अपनी सूंड से उठा लेता है या लुढ़का सकता है। वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी में हाथी की सवारी करने में बहुत आनन्द आता है। हाथी काफी भारी जानवर है फिर भी यह तेजी से दौड़ सकता है। इन्सान की तरह हाथी भी परिवारों को महतवपूर्ण मानते हैं। वे झुंड में रहना पसन्द करते हैं।
में हाथी जंगलों और सैंक्चुरी में देखे जा सकते हैं। नगरों में ये नाकर लाये जाते हैं। हाथी सिखाने पर बहुत से करतब दिखाता है अत: सर्कसों में भी इनका प्रयोग किया जाता है। हाथी की देखभाल करने वाले को ‘महावत’ कहते हैं।
हाथी राजसी और शाही जानवर है। हिन्दू इसे गणेश जी का अवतार मान इसकी पूजा करते हैं। लोग इन्हें श्रद्धा से केले खिलाते देखे जा सकते हैं।