Hindi Essay, Paragraph on “Gulabi Nagri – Jaipur”, “गुलाबी नगरी – जयपुर”, Hindi Anuched, Nibandh for Class 5, 6, 7, 8, 9 and Class 10 Students, Board Examinations.

गुलाबी नगरी – जयपुर

Gulabi Nagri – Jaipur 

अथवा जयपुर – गुलाबी नगरी जयपुर राजस्थान की राजधानी है। इसे ‘गुलाबी नगरी’ के नाम से भी जाना जाता है। यह किले, महल, मंदिर और उपवनों की रंगीली नगरी है। हवा महल, सिटी पैलेस, म्यूज़ियम, चंद्रमहल, रामनिवास उद्यान में स्थित म्यूजियम, जलमहल, शीशमहल, जयगढ़, नाहरगढ़ किला, जंतर-मंतर आदि जयपुर के मुख्य आकर्षण हैं। इसके अलावा दस्तकारी, रंग-बिरंगे कपड़े, रत्न एवं राशियों के नगीने और जयपुर की रजाइयाँ भी विश्व-प्रसिद्ध हैं।

गुलाबी नगरी के नाम से मशहूर जयपुर की स्थापना सन् 1727 में आमेर के महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने की थी। उन्होंने 1699 से 1744 तक शासन किया था। उनकी राजधानी आमेर थी जो जयपुर से 11 कि.मी. दूर है। आज यहाँ की जनसंख्या लगभग 50 लाख है। सन् 1883 में जब प्रिंस ऑफ वेल्स जयपुर गए तो उन्होंने पूरे शहर को गुलाबी रंग से रंग दिया था तब से जयपुर का नाम गुलाबी नगर पड़ गया।

जयपुर अपनी संस्कृति और स्थापत्य कला के लिए मशहूर है। इस शहर को भारतीय वास्तुकला के अनुसार बनाया गया है। पर्यटन की दृष्टि से जयपुर का (अंतर्राष्ट्रीय सर्वेक्षण के अनुसार) एशिया में सातवाँ स्थान है। शिक्षा का भी एक प्रमुख केन्द्र है। यहाँ पर 40 से अधिक इंजीनियरिंग कॉलेज, 27 बिज़नेस मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट, 15 फार्मेसी इंस्टीट्यूट, 4 होटल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट, 3 मेडीकल कॉलेज और 6 डेंटल कॉलेज हैं। इसके अतिरिक्त 8 विश्वविद्यालय हैं। यहाँ एक एस.एम.एस. क्रिकेट स्टेडियम भी है जहाँ बहुत से अंतर्राष्ट्रीय मैच और इंडियन प्रीमियर लीग मैच भी होते रहते हैं।

जयपुर में सन् 1592 में बने किले एवं महलों में मुगल और हिन्दू वास्तुकला की उत्कृष्टता देखने को मिलती है। यह अलवर अरावली पहाड़ियों की गोद में बसा है। यहाँ के सरकारी संग्रहालय में रागों पर आधारित चित्र हैं। इसके अलावा सरिस्का टाईगर सेंचुरी (मृग-वन), कैसरोली पहाड़ पर किला–यहाँ के मुख्य आकर्षण हैं।

जयपुर के प्रमुख पर्यटन स्थलों-हवामहल, आमेर का महल, जयगढ़ का किला, जंतर-मंतर के अलावा ‘तमाशा’ एक प्रसिद्ध लोक नृत्य है। जयपुर में ये ‘तमाशा’ 18वीं शताब्दी से चला आ रहा है। तमाशा ‘लहरिया’ से शुरू होता है जो एक विशिष्ट नृत्य है।

जयपुर की संस्कृति और वास्तु एवं स्थापत्य कला विश्व भर में प्रसिद्ध है जिसे देखने देश-विदेश से प्रतिदिन हज़ारों पर्यटक आते हैं। यह भारत का ही नहीं, विश्व का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है।

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