स्कूल में वार्षिक खेल
School me Varshik Khel
खेलों का जीवन में बड़ा महत्त्व है। खेलों के बिना मनुष्य का जीवन अधूरा है। सभी स्कूलों में वार्षिक खेलों का आयोजन किया जाता है। अन्य स्कूलों की भान्ति हमारे स्कूल में भी 22 दिसम्बर को वार्षिक खेलों का आयोजन किया गया। कई दिन पहले से ही खेलों का अभ्यास किया जा रहा था। सुबह आठ बजे ही सभी अध्यापकों ने और बच्चों ने अपनी-अपनी डयूटी संभाल ली थी। स्कूल का मैदान दुल्हन की भान्ति रंग-बिरंगे झण्डों की लाईनों स सजाया गया था। एक ओर शमियाना लगा था। उसके नीचे मुख्य अतिथि श्री भगवान दास जी विराजमान थे। उनके साथ ही प्रधानाध्यापक महोदय तथा स्कूल की प्रबन्धक कमेटी पदाधिकारी बैठे थे। नगर के मानवीय व्यक्तियों केलिए अलग स्थान बनाया गया था। सर्व प्रथम स्कूल की बालिकाओं ने स्वागत गान एवं नृत्य के द्वारा मुख्य अतिथि का अभिनन्दन किया। ध्वाजरोहण के बाद मनमोहक कार्यक्रम आरम्भ हो गया। रंग-बिरंगे रिबनों के साथ अनेक प्रकार के आकार बनाते हुए छात्रों का सामूहिक व्यायाम-प्रदर्शन सबको मनमोहक लगा। इसके बाद नन्हेंमुन्ने बच्चों ने जिमनास्टिक के करतब दिखाए। फिर दौड़ों और छलांगों का प्रदर्शन किया गया। रंग बिरेंगे घड़े सिर पर उठाए तेज चलती हुई बालिकाएं सबको चकित कर रही थीं। भंगड़ा नृत्य की सबने प्रशंसा की। प्रिंसीपल महोदय ने स्कूल की खेलों की रिपोर्ट पढ़ कर सुनाई। इसके पश्चात मुख्य अतिथि ने विजेताओं को इनाम बांटे। प्रिंसीपल साहिब ने मुख्य अतिथि तथा नागरिकों का धन्यवाद किया, जो प्रातः 10 बजे से 5 बजे तक समारोह का आनन्द लेते रहे। सब लोगों ने इस समारोह की भरपूर प्रशंसा की।