पौष्टिक भोजन
Poushtik Bhojan
मौसम बदलते ही समाचार पत्र दो तरह की सूचनाओं से भर जाते हैं। पहले,
रोगों के लक्षण और बचाव; दूसरा, आगामी मौसम में सेवन हेतु खाद्य पदार्थों की सूची। इसका मुख्य कारण है कि हमारा भोजन सीधे हमारे शरीर के स्वास्थ्य
और रोगों से लड़ने की शक्ति को प्रभावित करता है। छात्रों को कार्यक्षमता और पढ़ाई में ध्यान बढ़ाने की अधिक आवश्यकता होती है। इसके लिए प्रोटीनयुक्त भोजन का पर्याप्त मात्रा में सेवन करना चाहिए।
जैसे दालें, अंडे, माँस, सोयाबीन इत्यादि । शरीर को ताकत देने के लिए रोटी, चावल, दालें व निम्न मात्रा में मक्खन, घी आदि आवश्यक हैं। । छात्र जीवन कक्षा व गृह कार्य के समय बैठे हुए अधिक व्यतीत होता
है, इसलिए तैलीय चीजों का सेवन कम मात्रा में ही होना चाहिए। ज्यादा मात्रा में यह मोटापा और उससे जुड़े रोगों को निमंत्रण देती है। दूध, हरी
सब्जियाँ, फल और मछली इत्यादि हमारे शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाती हैं। इनमें सभी आवश्यक विटामिन व मिनरल होते हैं।
पौष्टिक भोजन ही स्वस्थ जीवन का आधार है। कभी-कभी जंक भोजन का सेवन केवल मुँह के स्वाद को तृप्त करता है परंतु इससे अधिक और कुछ भी नहीं