मेरा घर
My Home
मेरा नाम अमित है। मैं सी-23, अशोक विहार, दिल्ली में रहता हूँ। मेरा घर बहुत साफ-सुथरा है। इसमें सात कमरे हैं। जिसमें से एक बड़ा हॉल है जो बैठक का कमरा है। जो भी हमारे घर में मेहमान आते हैं उसे हम
बैठक वाले कमरे में ही बैठाते हैं। उसके बाद तीन कमरे शयनकक्ष (बेड रूम) के हैं जहाँ हम सोते हैं। हमारे घर में एक बड़ी रसोई भी है। जो बहत साफ-सुथरी है। हमारे कमरों का फर्श बहुत अच्छा बना हुआ है। वह सफेद पत्थर (मार्बल) का बना है। हमारे घर में एक स्टोर वाला कमरा भी है। जिसके अन्दर फालतू का सामान तथा बेकार की वस्तुएँ रखी हुई हैं। मैं अपनी साईकिल भी इसी में रखता हूँ। हमारे घर के दरवाजे और खिड़कियाँ सभी हवादार तथा बड़ी हैं। पहले जाली का दरवाजा है और उसके बाद लकड़ी का दरवाजा है। दरवाजे तथा खिड़कियों पर सफेद पॉलिश की गई है। हमारा बैठक वाला कमरा बहुत सुन्दर सजाया गया है। हमारे सभी कमरों में बड़े ही सुन्दर पर्दे लगे हुए हैं। मेरा पढ़ाई का कमरा भी अलग से है। जिसमें मेरी कापी और किताबें रखी हुई हैं। वह कमरा एक कोने में है जहाँ बड़ी शांति रहती है। और मैं पढ़ाई का कार्य बड़े अच्छी तरह से कर लेता हूँ।
हमारे घर के अन्दर एक बगीचा भी है। जहाँ रंग-बिरंगे फूल खिले हैं। जहाँ घास उगी हुई है। हम शाम की चाय वहीं पीते हैं तथा रात को वहीं और करते हैं। मुझे भी वहाँ बहुत अच्छा लगता है। हमारे बगीचे में आम तथा अनार का पौधा भी है। जिसे मैं रोज शाम को पानी देता हूँ। मेरा घर मेरे लिए सबसे अच्छा तथा सुरक्षित स्थान है जहाँ मुझे बड़ा अच्छा लगता है। मैं अपने घर को बहुत प्यार करता हूँ।