मौसम या ऋतुएँ
Mausam or Rituyen
भारत के लोग चार ऋतुओं का आनंद उठाते हैं।
सरदी या शरद ऋतु, अक्टूबर के अंत से जनवरी तक रहती है। ऊनी कपड़े पहन हम मूंगफली, हलवा, रेवड़ी आदि का स्वाद लेते हैं। इस समय धुंध की समस्या से भी जूझना पड़ता है।
सरदी के बाद आती है रंग भरी वसंत ऋतु फरवरी से अप्रैल तक रहनेवाली वसंत जीवन में उत्साह और स्फूर्ति भर देती है। बगीचों में कई रंगों के मोहक फूल खिल उठते हैं।
गरमी आते ही यह फूल मुरझाने लगते हैं। घरों के अंदर बैठ सभी मई से जुलाई तक शीतल पेय और आइसक्रीम का सेवन करते हैं। यह छुट्टियों का समय है जब सभी पहाड़ों की तरफ़ रुख करते हैं।
गरमी से राहत दिलाती वर्षा ऋतु जुलाई से सितंबर तक रहती है। चाय-पकौड़ों की दावत उड़ाने का यह सही समय होता है। इसमें बीमारियाँ फैलने का भी डर होता है। अत: सफ़ाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
क्रम से आती-जाती यह ऋतुएँ हमारे जीवन में बदलाव लाती रहती हैं।